वर्ल्ड कप फ्लैशबैक: जब अंपायरों की बड़ी गलती के कारण जेम्स टेलर पूरा नहीं कर पाए थे वर्ल्ड कप शतक
क्रिकेट के मैदान पर अंपायर द्वारा कई गलत फैसले देखने को मिलते है। कभी-कभी ये फैसले इतने विवादित व बड़े होते है कि ये मैच के नतीजे या फिर किसी खिलाड़ी की व्यक्तिगत पारी पर भी असर डालते है। साल
जेम्स टेलर 98 रन बनाकर एक तरफ से संघर्ष कर रहे थे। पारी का 41वां ओवर करने आये जोश हेजलवुड। ओवर की पंचवीं गेंद उनके पैड पर लगी और गेंदबाज सहित पूरी ऑस्ट्रलियाई टीम ने एलबीडबल्यू की अपील की। अंपायर अलीम डार ने उन्हें आउट किया करार दिया। फिर टेलर ने डीआरएस की मांग की और टीवी पर बार-बार रिप्ले देखने के बाद थर्ड अंपायर बिली बोडेन ने उन्हें नॉट आउट करार दिया। इसी बीच जब एलबीडबल्यू की अपील हुई थी तब ग्लेन मैक्सवेल ने नॉन स्ट्राइक पर खड़े जेम्स एंडरसन को क्रीज से बाहर निकलता हुआ देख सीधा थ्रो करते हुए गिल्लियां बिखेर दी थी।
जैसे ही थर्ड अंपायर ने टेलर को नॉटआउट दिया तो ऑस्ट्रलियाई टीम एंडरसन के रन आउट होने की अपील करने लगी जिसके बाद लेग अंपायर कुमार धर्मसेना ने उन्हें आउट करार दे दिया। टेलर ने अंपायरों से यह कहा की मुख्य अंपायर द्वारा उन्हें आउट दिए जाने के फैसले के साथ ही बॉल डेड हो जानी चाहिए। हालांकि अंपायर ने उनकी एक ना सुनी और इंग्लैंड की पारी 41.5 ओवरों में 231 रनों पर समाप्त हो गयी। इसी के साथ जहाँ टेलर अपने शतक से मात्र 2 रन से चूक गए तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने 111 रनों की बड़ी जीत हासिल की। ऑस्ट्रेलिया के तरफ से शतक जमाने वाले बल्लेबाज आरोन फिंच को "मैन ऑफ द मैच" का अवॉर्ड दिया गया।
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मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने माना था कि अंपायरों की गलती के चलते जेम्स टेलर अपना शतक पूरा नहीं कर पाए थे।