Akshay Kumar Delhi Daredevils: जब 2008 में आईपीएल शुरू हुई तो न बीसीसीआई को अंदाजा था और न टीम खरीदने वाले फ्रेंचाइजी को कि आईपीएल नाम का ये प्रयोग कितना कामयाब रहेगा? ये आज तक हो रहा है और तब भी था- फिल्म स्टार पहली पसंद थे ब्रांड एंबेसडर के तौर पर। जिन फ्रेंचाइजी के साथ खुद फिल्म स्टार जुड़े थे उनका तो काम आसान हो गया पर बाकी टीम को किसी बड़ी अपील वाले की तलाश थी। ऐसे में दिल्ली टीम के फ्रेंचाइजी जीएमआर स्पोर्ट्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स (तब दिल्ली की टीम का नाम यही था) के लिए डेयरडेविल बनाया 'खिलाड़ी' अक्षय कुमार को। 31 मार्च को जब फ्रेंचाइजी ने राजधानी में एक प्रोग्राम में ये घोषणा की तो ये एक बड़ी खबर थी। अक्षय तब बॉलीवुड के टॉप स्टार थे और कई बड़ी हिट फिल्म उनके नाम थीं- वेलकम, भूल भुलैया, नमस्ते लंदन, हे बेबी और सिंह इज़ किंग जैसी ब्लॉकबस्टर।
उस प्रोग्राम में टीम की तरफ से कप्तान और 'आइकन' खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, पाकिस्तान से आए शोएब मलिक और मोहम्मद आसिफ भी मौजूद थे पर हर नजर में अक्षय थे। वे खुद को क्रिकेट से जोड़ते रहे पर प्रेस वाले उनसे फ़िल्मी सवाल पूछते रहे। माहौल किसी क्रिकेट प्रोग्राम से ज्यादा फ़िल्मी पार्टी वाला था।
फ्रेंचाइजी ने, अपने एक्शन स्टंट के लिए मशहूर, इस स्टार की फीस तो नहीं बताई पर ये तो सब जानते थे कि तगड़ी फीस ली होगी। बस कॉन्ट्रैक्ट हुआ और अक्षय ने भी तब क्रिकेट के साथ बॉलीवुड की शादी जैसा जिक्र भी किया था और बोले- 'जनता खेल पर खर्च किए अपने पैसे की पूरी कीमत वसूल करना चाहती है और अगर ऐसे में किसी को अपने पसंदीदा फिल्म स्टार को भी बेहतरीन क्रिकेट के साथ देखने को मिल जाए तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।'