KKR: आईपीएल 2024 यानि कि एक और आईपीएल सीजन। ये अंदाजा लगाना कोई मुश्किल नहीं कि हर टीम का थिंक-टैंक सीजन में कामयाबी के लिए नई-नई स्ट्रेटजी के साथ मैदान में है। कई मिसाल हैं अनोखी और लीक से हटकर सोच की पर जो 2009 में कोलकाता नाइट राइडर्स (इसे आगे केकेआर लिखेंगे) ने किया वह तो अद्भुत था- वैसा तो आज तक किसी और ने सोचा भी नहीं। इतनी गहराई से तो टीम के मालिकों में से एक, शाहरुख खान ने अपनी किसी भी फिल्म के प्लॉट के बारे में भी नहीं सोचा होगा।
2008 में आईपीएल के डेब्यू सीजन में टीम के कप्तान प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली थे- 8 टीम में से 6वें नंबर पर रहे और स्पष्ट है कि सीजन की सबसे नाकामयाब टीम में से एक। 2009 में टाइटल की तलाश में, कोच जॉन बुकानन ने स्ट्रेटजी एकदम बदल दी- सौरव गांगुली को हटाया नहीं पर उनके नाम के आगे से 'फिक्स्ड' कप्तान का टाइटल हटा लिया और 4 कप्तान घोषित कर दिए। जी हां, एक सीजन में टीम के 4 कप्तान- क्रिस गेल (वेस्टइंडीज), ब्रेंडन मैकुलम (न्यूजीलैंड), ब्रैड हॉज (ऑस्ट्रेलिया) और सौरव गांगुली जिसमें तय हुआ कि मैच से पहले बताया जाएगा कि इस मैच में कौन कप्तान होगा? यहां तक कि लक्ष्मी रतन शुक्ला (तब बंगाल के कप्तान) को रिजर्व कप्तान गिन लिया। इस तरह अनुभवी कप्तानों की सोच की खिचड़ी तैयार हो रही थी। सौरव गांगुली ने इस सोच की धज्जियां उड़ाते हुए मीडिया में कहा- 'इसमें गलत क्या है....कल को कप्तान भी, 4 कोच मांग सकता है।'
इस पर बवाल तो होना ही था। कोलकाता वालों ने एक तरफ इसे गांगुली के लिए डिमोशन गिन लिया तो दूसरी तरफ पूरे कोलकाता का 'अपमान'। मीडिया खुले आम इसमें बुकानन और गांगुली के बीच ड्रेसिंग रूम में क्लेश के किस्से ढूंढ रहा था तो दूसरी तरफ बुकानन मीडिया के सामने गांगुली के कंधे पर हाथ रख कर ये सफाई देते रहे कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं, कोई विवाद नहीं और ये सब मीडिया द्वारा बनाई स्टोरी हैं। ठीक है बुकानन, गांगुली की लगभग 37 साल की उम्र देख रहे थे जिससे वे कोच की टी20 स्कीम में फिट नहीं हो रहे थे। वे ये भूल गए कि ये कोलकाता शहर है और क्रिकेटर उनके अपने सौरव गांगुली।