क्रिकेट की दुनिया में इस खबर पर बड़ी हैरानी जाहिर की गई कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर विल पुकोवस्की (Will Pucovski) मेडिकल वजह से, सिर्फ 26 साल की उम्र में क्रिकेट से रिटायर हो गए। पुकोवस्की का करियर उनकी बल्लेबाजी की टेलेंट की चर्चा से शुरू हुआ पर उसके बाद तो बार-बार सिर पर चोट और हॉस्पिटल बस यही उनके नाम के साथ जुड़ गए। यहां तक कि 2021 का सिडनी में भारत के विरुद्ध उनका शानदार डेब्यू भी सब भूल गए। आखिर में मेडिकल पैनल ने भी कह दिया कि सिर अब कोई और चोट खाने की हालत में नहीं है। क्रिकेट में, चोट के कारण रिटायर होने की सबसे चर्चित मिसाल है ये।
यहां तो जिस बल्लेबाज के सिर पर गेंद लगी वह रिटायर हुआ पर क्रिकेट में एक अनोखी मिसाल ऐसी भी है जब वह गेंदबाज, जिसकी गेंद, बल्लेबाज के सिर पर लगी, वह उस चोट को देखकर इतना हताश हुआ कि रिटायर हो गया। ये क्रिकेट की सबसे अजीब स्टोरी में से एक है और भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए ख़ास भी क्योंकि वह बल्लेबाज भारत का था।
सीधे चलते हैं 1980-81 के भारत के ऑस्ट्रेलिया टूर पर। सिडनी में पहले टेस्ट में ही भारत की पारी से हार के साथ-साथ, इस टेस्ट की सबसे ख़ास खबर थी पेसर लेन पास्को (Len Poscoe) का एक बाउंसर संदीप पाटिल के सिर के करीब, कान पर लगा। उन्हें हॉस्पिटल ले गए पर इस बुरी चोट के बावजूद संदीप पाटिल ने उस पारी में आगे भी बल्लेबाजी की। उनकी इस हिम्मत और आगे इस सीरीज में क्या किया वह एक अलग स्टोरी है। सिडनी में तब, संदीप पाटिल के सिर पर बंधी बेंडेज ने पास्को का दिल दहला दिया। उस पर कमाल ये कि टेस्ट के दौरान ही, जब दोनों का आमना-सामना हुआ तो संदीप पाटिल ने, जो हुआ उसके लिए माफी मांगी- 'लेनी, गलती मेरी थी कि मैं ही अपना सिर गेंद के रास्ते में ले आया।'