6 नवंबर 2023 से पहले 'टाइम आउट' क्रिकेट लॉ में होने के बावजूद, इंटरनेशनल क्रिकेट में इस तरीके से कोई आउट नहीं हुआ था (या किया नहीं गया था)। दिल्ली में बांग्लादेश के विरुद्ध श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज टाइम आउट हुए और ये रिकॉर्ड भी बन गया। इस में क्या हुआ- ये एक अलग चर्चा है। रिकॉर्ड ये कि इससे पहले ऑफिशियल क्रिकेट में सिर्फ 6 बार बल्लेबाज टाइम आउट हुआ था। 2006-07 में टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीका टूर में एक टेस्ट में 6 मिनट के बाद बाहर निकले थे सौरव गांगुली पर कप्तान ग्रीम स्मिथ ने अपील नहीं की। ऐसे और भी किस्से हैं।
जिन 6 टाइम आउट का जिक्र है उनके ऐसे आउट होने के पीछे की वजह को अगर ध्यान से पढ़ें तो वे वास्तव में 'टाइम आउट' थे ही नहीं- उन्हें 'एब्सेंट' लिख सकते थे क्योंकि उनमें से कोई भी बैटिंग के लिए पिच पर आया ही नहीं। उदहारण के लिए- वासबर्ट ड्रेक्स। पिच पर होना तो दूर, वे तो उस महाद्वीप में भी नहीं थे जहां मैच खेल रहे थे। एंजेलो ऐसे पहले हैं जो बैटिंग के लिए आए और टाइम आउट हुए।
इन 6 में एक मिसाल भारत से भी है और इस बार उसी की विस्तार से चर्चा करेंगे। ये रिकॉर्ड बनाया हेमूलाल यादव ने दिसंबर 1997 में उड़ीसा के विरुद्ध त्रिपुरा की तरफ से रणजी ट्रॉफी मैच खेलते हुए। नंबर 11 बल्लेबाज और मजे की बात ये कि बैटिंग के लिए तैयार थे और सिर्फ बॉउंड्री के बाहर थे। तब भी गड़बड़ कर दी। जो हेमू ने किया वह किसी भी युवा बल्लेबाज के लिए ट्रेनिंग में एक टॉपिक होना चाहिए।