आईएसएल 2022-23: यह बराबरी का मुकाबला था, ज्यादा मौके नहीं बने: हैदराबाद के मैनोलो माक्र्वेज
हैदराबाद एफसी के मुख्य कोच मैनोलो माक्र्वेज का मानना है कि एटीके मोहन बागान के खिलाफ इंडियन सुपर लीग के सेमीफाइनल के पहले चरण में दोनों टीमों के बीच बराबरी का मुकाबला था और इस मुकाबले में ज्यादा मौके नहीं बने।
हैदराबाद एफसी के मुख्य कोच मैनोलो माक्र्वेज का मानना है कि एटीके मोहन बागान के खिलाफ इंडियन सुपर लीग के सेमीफाइनल के पहले चरण में दोनों टीमों के बीच बराबरी का मुकाबला था और इस मुकाबले में ज्यादा मौके नहीं बने।मौजूदा चैम्पियन हैदराबाद एफसी गुरुवार को अपने घरेलू मैदान जीएमसी बालयोगी एथलेटिक स्टेडियम में एटीके मोहन बागान से 0-0 से ड्रा खेलना पड़ा। एटीके मोहन बागान के सेंटर बैक स्लाव्को डामयानोविक को शानदार डिफेंडिंग के लिए हीरो ऑफ द मैच घोषित किया गया। इस ड्रा के बाद मौजूदा चैम्पियनों को अब सोमवार को कोलकाता के युबा भारती क्रीड़ांगन में सेमीफाइनल का दूसरा मैच हेड कोच जुआन फेरांडो के मैरिनर्स से खेलना होगा।
माक्र्वेज ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, यह सही है कि इस मैच में ज्यादा मौके नहीं बने लेकिन जो बने, वे बहुत स्पष्ट थे। मुझे लगता है कि यह बराबरी का मुकाबला था जिसमें ज्यादा मौके नहीं बने। मोहन बागान इसी परिणाम के लिए आये थे और उन्हें अच्छा परिणाम मिला है क्योंकि वे जानते हैं कि कोलकाता में वे एक मजबूत टीम हैं।
दूसरा चरण मोहन बागान के घर में खेला जाएगा जहां उनका दस घरेलू मैचों में सात जीत का प्रभावशाली रिकॉर्ड है। हैदराबाद कोलकाता में मोहन बागान के खिलाफ नहीं जीत पाया है। लेकिन माक्र्वेज का मानना है कि उनका प्रभावशाली रिकॉर्ड दूसरे चरण में फायदेमंद साबित होगा।
माक्र्वेज ने साथ ही कहा, यह अब फाइनल की तरह होगा। हम जानते हैं कि वह भारत की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। मुझे अपनी टीम पर भरोसा है। यदि हम जीते तो हम खुश होंगे लेकिन यदि वे जीते तो हम उन्हें बधाई देंगे। पर हम जीतना चाहते हैं और केवल एक टीम ही फाइनल में जा सकती है।
यह दोनों टीमों के बीच हीरो आईएसएल में तीसरा सेमीफाइनल मैच था और दोनों ने पहली बार गोल रहित ड्रा खेला। इससे पहले पिछले सीजन में जब दोनों पक्ष सेमीफाइनल में मिले थे, तो हैदराबाद एफसी ने पहले चरण का मुकाबला घर पर 3-1 से जीता था। इसके परिणाम की मदद से उन्होंने 3-2 के कुल स्कोर के साथ फाइनल में प्रवेश किया था।
Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से