संतोष ट्रॉफी फाइनल: मेघालय डिफेंस के खिलाफ जवाबी हमले पर ध्यान देगा कर्नाटक
कर्नाटक के कोच रवि बाबू राजू ने मेघालय की डिफेंस पर ध्यान केंद्रित किया है। वह किंग फहद इंटरनेशनल स्टेडियम, शनिवार को यहां संतोष ट्रॉफी के लिए 76वीं राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में अपने विरोधियों पर जवाबी हमले की योजना बना रहे हैं।
कर्नाटक के कोच रवि बाबू राजू ने मेघालय की डिफेंस पर ध्यान केंद्रित किया है। वह किंग फहद इंटरनेशनल स्टेडियम, शनिवार को यहां संतोष ट्रॉफी के लिए 76वीं राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में अपने विरोधियों पर जवाबी हमले की योजना बना रहे हैं।
कर्नाटक के कोच ने नॉकआउट चरण के मुकाबले के लिए अपनी टीम को तैयार करने में महान सामरिक कौशल दिखाया है और बुधवार को सेमीफाइनल मुकाबले में 3-1 से जीतने के लिए मिडफील्ड में सर्विसेज पर दबाव डालने से यह स्पष्ट रूप से दिखा था।
अब एक ऐसे प्रतिद्वंद्वी का सामना करना पड़ रहा है, जो ताकत में बराबर है। वे फाइनल में पहली बार खेलने वाले हैं। रवि बाबू ने अपने प्रतिद्वंद्वी के मैचों के वीडियो देखे हैं ताकि फाइनल मुकाबले की योजना बनाई जा सके, क्योंकि कर्नाटक संतोष ट्रॉफी में पांच दशक लंबे खिताबी सूखे को समाप्त करने की योजना बना रहा है।
रवि बाबू ने कहा, उनका डिफेंस काफी कमजोर है। इसलिए, हमें उन्हें जवाबी हमले करना होगा। उन्होंने कहा कि मेघालय के खिलाफ कैसे खेलना है, इसके बारे में हमारे पास योजना हैं। मेघालय एक अच्छी टीम है, इसलिए वे मूल रूप से बहुत अच्छे हैं। उनके पास गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं, खासकर मिडफील्ड और फॉरवर्ड लाइन में। इसलिए हमने एक रणनीति तैयार की है और हम उसके अनुसार खेलेंगे।
दोनों टीमें इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। शुक्रवार को मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में रवि बाबू से पूछा गया था कि ऐसी स्थिति में वह अपने खिलाड़ियों से क्या कहेंगे।
रवि बाबू ने कहा, उनका डिफेंस काफी कमजोर है। इसलिए, हमें उन्हें जवाबी हमले करना होगा। उन्होंने कहा कि मेघालय के खिलाफ कैसे खेलना है, इसके बारे में हमारे पास योजना हैं। मेघालय एक अच्छी टीम है, इसलिए वे मूल रूप से बहुत अच्छे हैं। उनके पास गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं, खासकर मिडफील्ड और फॉरवर्ड लाइन में। इसलिए हमने एक रणनीति तैयार की है और हम उसके अनुसार खेलेंगे।
Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से
कर्नाटक के मुख्य कोच, जो बैंगलोर डिवीजन फुटबॉल एसोसिएशन (बीडीएफए) लीग के फस्र्ट डिवीजन में एक टीम के साथ काम करते हैं। ूउन्होंने कहा कि यह उनकी टीम की जुझारू भावना है जिसने उन्हें टूर्नामेंट में इतनी दूर तक पहुंचाया है।
This story has not been edited by Cricketnmore staff and is auto-generated from a syndicated feed