एशियाई खेल: हांगझोऊ ने प्रकाश, रंग और संगीत के सम्मोहक उत्सव के साथ प्रतिभागियों को दी विदाई
Asian Games: खेलों के इतिहास में पहला डिजिटल टर्फ पेश किया गया है, जो प्रौद्योगिकी और पारिस्थितिकी का अद्भुत मिश्रण है, और प्रौद्योगिकी तथा कला को एक करता है। हांगझोऊ ने प्रकाश, ध्वनि तथा संगीत के एक और सनसनीखेज प्रदर्शन के साथ 19वें एशियाई खेलों को अलविदा कहा और खचाखच भरे हांगझोऊ ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर स्टेडियम में मौजूद हर एक व्यक्ति को मंत्रमुग्ध कर दिया।
Asian Games: खेलों के इतिहास में पहला डिजिटल टर्फ पेश किया गया है, जो प्रौद्योगिकी और पारिस्थितिकी का अद्भुत मिश्रण है, और प्रौद्योगिकी तथा कला को एक करता है। हांगझोऊ ने प्रकाश, ध्वनि तथा संगीत के एक और सनसनीखेज प्रदर्शन के साथ 19वें एशियाई खेलों को अलविदा कहा और खचाखच भरे हांगझोऊ ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर स्टेडियम में मौजूद हर एक व्यक्ति को मंत्रमुग्ध कर दिया।
एलईडी लाइटों से सुसज्जित यह टर्फ सितारों के सागर की परिवर्तनशील छवियों को रेखांकित करने में सक्षम था। टर्फ "लोगों और परिदृश्य" के बीच संवाद स्थापित कर रहा था जो हांगझोऊ के प्राकृतिक दृश्यों की जीवंतता, और साझा बंधन तथा निकटता से जुड़ी एशिया की प्रकृति को प्रदर्शित करता है।
जब सैकड़ों एथलीट स्टेडियम में दाखिल हुए, भारतीय दल का नेतृत्व पुरुष हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने किया जो मनप्रीत सिंह के साथ एशियाई खेलों में हॉकी में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले दो भारतीय खिलाड़ी बन गये हैं।
यदि उद्घाटन समारोह विभिन्न रूपों में पानी पर केंद्रित था, तो समापन समारोह लोगों पर केंद्रित था और पूरे खेलों में एथलीटों के रोमांचक और मार्मिक क्षणों को प्रदर्शित करता था। साथ ही हजारों स्वयंसेवकों और हांगझोऊ तथा आसपास के क्षेत्रों के लाखों नागरिकों का भी प्रतिनिधित्व करता था जिन्होंने इन खेलों को संभव बनाया।
समापन समारोह में स्पोर्ट्स विदाउट बॉर्डर्स की भावना, संस्कृति और खेल के बीच सामंजस्य और विचार तथा भावनाओं के बीच परस्पर संबंधों पर भी प्रकाश डाला गया, इस आशा के साथ कि यह एशियाई महाद्वीप में लाखों युवाओं को खेल में शामिल होने और भविष्य में इस आंदोलन को जारी रखने के लिए प्रेरित करेगा।
एशिया ओलंपिक परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष रणधीर सिंह ने 19वें एशियाई खेलों के समापन की घोषणा की। उन्होंने हांगझोऊ में हाल के समय के सर्वश्रेष्ठ एशियाई खेलों के आयोजन के लिए हांगझोऊ के सभी हितधारकों और लोगों को धन्यवाद दिया और महाद्वीप के युवाओं को तीन साल बाद 2026 में जापान के आइची-नागोया में 20वें एशियाई खेलों के लिए इकट्ठा होने के लिए आमंत्रित किया।
हांगझोऊ एशियाई खेलों की आयोजन समिति ने रणधीर सिंह की उपस्थिति में 1951 में नई दिल्ली में पहले एशियाई खेलों और ओसीए का झंडा आइची-नागोया के मेयर को सौंपा।
जापान में अगले एशियाई खेलों की आयोजन समिति ने जापान और आइची-नागोया की संस्कृति और संगीत के लोकप्रिय रूपांकनों के माध्यम से इन खेलों के 20 वें संस्करण का अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया।
लोकप्रिय काबुकी अभिनेता कांकुरो नाकामुरा ने एक आभासी पुल पर प्रदर्शन किया, जिसे उकियो-ए वुडब्लॉक प्रिंट की शैली में प्रस्तुत किया गया। यह प्राचीन कला है जिसे उनके पूर्वज आइची-नागोया से टोक्यो तक ले गए थे।
स्टेडियम में मौजूद सभी लोगों के लिए यह संदेश स्पष्ट था कि आइची-नागोया में 20वें एशियाई खेलों के आयोजक एशियाई खेलों को हांगझोऊ की तरह ही शानदार ढंग से आयोजित करने की कोशिश जरूर करेंगे।
हांग्जो को विदाई और आइची-नागोया को नमस्कार!