United States: फुर्ती, रणनीति, तालमेल और शारीरिक फिटनेस पर आधारित लोकप्रिय खेल 'बास्केटबॉल' ने ओलंपिक तक अपनी धाक जमा रखी है। ड्रिब्लिंग और पासिंग के इस खेल में एक टीम दूसरी टीम की रिंग में बास्केटबॉल को डालकर अंक बनाती है।
इस खेल का ईजाद साल 1891 में हुआ। कनाडा में कड़ाके की सर्दियों के बीच छात्रों को सक्रिय रखने के लिए जेम्स नाइस्मिथ ने मैसाचुसेट्स के स्प्रिंगफील्ड वाईएमसीए ट्रेनिंग स्कूल में एक ऐसा इनडोर खेल तैयार किया, जिसमें चोट की आशंका न हो।
जेम्स नाइस्मिथ ने क्लास को दो टीमों में बांटा। उन्होंने फर्श से करीब 10 फीट ऊपर बालकनी पर दो टोकरियां टांग दी। छात्रों से कहा गया कि अगर वह सॉकर बॉल को टोकरी में डाल देते हैं, तो इसे गोल माना जाएगा। हालांकि, उस वक्त ड्रिबलिंग इस खेल का हिस्सा नहीं थी। उस समय इस खेल के लिए 13 नियम भी बनाए गए थे, जिन्हें कॉलेज पत्रिका में प्रकाशित किया गया था।