भारतीय बॉक्सिंग में इतिहास रचने के लिए लवलीना बोरगोहेन के सामने है बड़ी चुनौती
Five Olympics: पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में पदक जीतकर मेडल टेली में भारत का खाता खोला है। मनु का टोक्यो ओलंपिक अभियान निराशाजनक रहा था, उन्होंने अब पेरिस में शानदार वापसी की और इतिहास रचा। भारत को पेरिस ओलंपिक में स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन से भी इतिहास रचने की उम्मीद हैं।
Five Olympics: पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में पदक जीतकर मेडल टेली में भारत का खाता खोला है। मनु का टोक्यो ओलंपिक अभियान निराशाजनक रहा था, उन्होंने अब पेरिस में शानदार वापसी की और इतिहास रचा। भारत को पेरिस ओलंपिक में स्टार मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन से भी इतिहास रचने की उम्मीद हैं।
लवलीना बोरगोहेन टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर विजेंदर सिंह और मैरी कॉम के बाद, ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बनी थीं। अब वह ऐसी पहली भारतीय मुक्केबाज बन सकती हैं, जिन्होंने ओलंपिक में दो पदक जीते हों। पेरिस ओलंपिक में वह 75 किलोग्राम कैटेगरी में हिस्सा लेंगी।
लवलीना ने 75 किलोग्राम कैटेगरी में आने के बाद 2022 में एशियन चैंपियन और 2023 में विश्व चैंपियन का खिताब जीता था। इसके अलावा, 2023 एशियाई खेलों में उन्होंने रजत पदक हासिल किया। उनके इन प्रदर्शनों से साफ है कि वह पेरिस ओलंपिक के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
हालांकि, लवलीना के लिए सबसे बड़ी चुनौती दो बार की ओलंपिक पदक विजेता चीनी मुक्केबाज ली कियान हो सकती हैं, जिनका मुकाबला लवलीना से क्वार्टर फाइनल में हो सकता है। लवलीना को महिलाओं की 75 किलोग्राम श्रेणी में आठवीं वरीयता मिली है, जिससे उनके क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीय ली कियान से भिड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
पेरिस बॉक्सिंग यूनिट ने शीर्ष मुक्केबाजों को शुरुआती दौर में आमने-सामने न लाने के लिए यह वरीयता क्रम तैयार किया है। लवलीना इस ड्रॉ में एकमात्र भारतीय मुक्केबाज हैं, जिन्हें वरीयता मिली है।
हालांकि, लवलीना के लिए सबसे बड़ी चुनौती दो बार की ओलंपिक पदक विजेता चीनी मुक्केबाज ली कियान हो सकती हैं, जिनका मुकाबला लवलीना से क्वार्टर फाइनल में हो सकता है। लवलीना को महिलाओं की 75 किलोग्राम श्रेणी में आठवीं वरीयता मिली है, जिससे उनके क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीय ली कियान से भिड़ने की संभावना बढ़ जाती है।
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ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि क्वार्टरफाइनल में ली से मुकाबला लवलीना के लिए ओलंपिक में दूसरा पदक जीतने के सपने को साकार करने का रास्ता खोल सकता है। अगर लवलीना इस चुनौती को पार कर लेती हैं तो उनका मेडल सुनिश्चित माना जा सकता है।