Free Photo, Simranjit Kaur (Image Source: IANS)
Free Photo: पूरी दुनिया शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है, वहीं मुक्केबाज सिमरनजीत कौर की कहानी उन चुनौतियों की याद दिलाती है जिनका सामना अभी भी खेल में महिला एथलीटों को करना पड़ता है।
हम उपलब्धियों का जश्न तो मनाते हैं लेकिन उन लोगों के संघर्षों की बात नहीं करते जो इसे मुमकिन करते हैं।
"हर महिला की सफलता दूसरी महिला के लिए प्रेरणा होनी चाहिए। जब हम एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते हैं तो हम सबसे मजबूत होते हैं।"सेरेना विलियम्स का यह उद्धरण आज तक भारतीय महिला एथलीटों के बीच बहुत प्रसिद्ध है, जो मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के बावजूद अभी भी अपना उचित सम्मान पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।