Advertisement
Advertisement
Advertisement

शतरंज ओलंपियाड में भारत की ऐतिहासिक जीत कोई आश्चर्य की बात नहीं : विश्वनाथन आनंद

Chess Olympiad: शतरंज के खेल में भारत ने नया इतिहास रचा है। हंगरी के बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम की दोहरी जीत से भले ही दुनिया हैरान हो, लेकिन भारत में शतरंज क्रांति की शुरुआत करने वाले पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद आश्चर्यचकित नहीं है। उनका मानना है कि भारतीय टीम इसकी हकदार थी।

Advertisement
IANS News
By IANS News September 26, 2024 • 21:56 PM
India's double triumph in Chess Olympiad was not much of a surprise: Vishy Anand
India's double triumph in Chess Olympiad was not much of a surprise: Vishy Anand (Image Source: IANS)

Chess Olympiad: शतरंज के खेल में भारत ने नया इतिहास रचा है। हंगरी के बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में भारतीय टीम की दोहरी जीत से भले ही दुनिया हैरान हो, लेकिन भारत में शतरंज क्रांति की शुरुआत करने वाले पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद आश्चर्यचकित नहीं है। उनका मानना है कि भारतीय टीम इसकी हकदार थी।

आनंद ने अपने तीन दशक लंबे करियर में कई मौकों पर ओलंपियाड में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वे 1990 के दशक में प्रवीण थिप्से और दिब्येंदु बरुआ के साथ मजबूत टीमों का हिस्सा रहे और बाद में 2000 के दशक में पी.हरिकृष्णा, कृष्णन शशिकिरण, अभिजीत कुंते जैसे खिलाड़ियों के साथ मोर्चा संभाला।

ओलंपियाड में आनंद सहित भारतीय टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2004 में स्पेन के क्लाविया में हुआ था, जब टीम सबसे मजबूत प्रतियोगिताओं में से एक में छठे स्थान पर रही थी। आनंद ने शीर्ष बोर्ड पर रजत पदक जीता।

लेकिन पिछले सप्ताह, डी. गुकेश, आर. प्रागनानंदा, अर्जुन एरिगैसी, विदित गुजराती और पी. हरिकृष्णा की युवा भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओपन वर्ग में 11 राउंड में अपराजित रहते हुए ओलंपियाड में भारत के लिए पहला खिताब जीता।

महिला वर्ग में डी. हरिका, आर. वैशाली, दिव्या देशमुख, तानिया सचदेव और वंतिका अग्रवाल की भारतीय टीम ने आठवें राउंड में पोलैंड से मिली हार के बाद जोरदार वापसी की और अंतिम राउंड में अजरबैजान पर जीत के साथ खिताब जीता।

दोनों टीमों के प्रदर्शनों से आनंद ज्यादा आश्चर्यचकित नहीं हुए और 54 वर्षीय ग्रैंडमास्टर ने कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में भारतीय शतरंज की जबरदस्त प्रगति को देखते हुए, ये दोनों खिताब अपेक्षित थे।

महिला वर्ग में डी. हरिका, आर. वैशाली, दिव्या देशमुख, तानिया सचदेव और वंतिका अग्रवाल की भारतीय टीम ने आठवें राउंड में पोलैंड से मिली हार के बाद जोरदार वापसी की और अंतिम राउंड में अजरबैजान पर जीत के साथ खिताब जीता।

Also Read: Funding To Save Test Cricket

Article Source: IANS


Advertisement
Advertisement