कबड्डी पहली बार ग्लोबल महिला लीग के लिए तैयार
Global Women: होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचआईपीएसए) वर्ल्ड कबड्डी के सहयोग से सितंबर में पहली बार वैश्विक महिला कबड्डी लीग का आयोजन कर रहा है।
Global Women: होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (एचआईपीएसए) वर्ल्ड कबड्डी के सहयोग से सितंबर में पहली बार वैश्विक महिला कबड्डी लीग का आयोजन कर रहा है।
इस लीग में 15 से अधिक देशों की महिला एथलीट भाग लेंगी। ये पहला मौका होगा जब ग्लोबल प्रवासी महिला कबड्डी लीग (जीपीकेएल) जैसे बड़े मंच पर महिला कबड्डी आयोजित होगी।
हरियाणा में शुरू होने वाली इस लीग का उद्देश्य विश्व स्तर पर महिला कबड्डी को बढ़ावा देना और उसका विकास करना है। इसमें 15 से अधिक देशों की टीमें भाग लेंगी।
इंग्लैंड, पोलैंड, अर्जेंटीना, कनाडा और इटली जैसे देशों सहित कई एथलीटों ने लीग में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की है।
एचआईपीएसए के अध्यक्ष कांथी डी सुरेश ने कहा, "यह लीग हमारी सरकार की भारतीय धरती पर ओलंपिक की मेजबानी करने की इच्छा और हमारे स्वदेशी खेल कबड्डी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को व्यक्त करेगी। इस टूर्नामेंट को आयोजित करने की दिलचस्पी विभिन्न महाद्वीपों से टीमों के भाग लेने की इच्छा से उपजी है, जिसमें भारत एक स्वाभाविक शक्ति है, जो हमारे स्वर्ण पदकों की संख्या में इजाफा करेगा।"
लीग का उद्देश्य कबड्डी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देना है, जिससे इस खेल को ओलंपिक खेलों में शामिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा और 2036 में इस ऐतिहासिक आयोजन की मेजबानी के लिए भारत की दावेदारी को समर्थन मिलेगा।
इस सपने को साकार करने के लिए एचआईपीएसए ने हरियाणा सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
कबड्डी सबसे पुराना खेल है और यह प्राचीन काल से भारतीय उपमहाद्वीप में रहा है। इसे 1990 में एशियाई खेलों में एक पूर्ण खेल के रूप में शामिल किया गया था, जबकि 2010 में महिलाओं के लिए इसे शामिल किया गया था।
एशियाई खेलों 2023 में, भारत ने कबड्डी में पुरुष और महिला दोनों वर्ग के खिताब जीते, जिससे इस खेल में उनका दबदबा कायम हुआ।
पूर्व भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कबड्डी को ओलंपिक में शामिल करने के लिए अपना समर्थन जताया है। भारत 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है, इसलिए ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करना सोने पर सुहागा वाली बात होगी।
वैश्विक प्रवासी महिला कबड्डी लीग देश की महत्वाकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में पहला कदम है, जिसमें 2036 ओलंपिक की मेजबानी करने और कबड्डी को आधिकारिक ओलंपिक खेल के रूप में शामिल करने की आकांक्षा शामिल है।
पूर्व भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी कबड्डी को ओलंपिक में शामिल करने के लिए अपना समर्थन जताया है। भारत 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है, इसलिए ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करना सोने पर सुहागा वाली बात होगी।
Also Read: पेरिस ओलंपिक 2024
Article Source: IANS