Advertisement
Advertisement
Advertisement

फेडरर से मिले नीरज चोपड़ा, कहा: 'यह मेरे लिए सपना सच होने जैसा'

Neeraj Chopra: भारतीय ओलंपिक और विश्व चैंपियन जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ज्यूरिख में टेनिस के दिग्गज रोजर फेडरर से मुलाकात की।

Advertisement
IANS News
By IANS News January 25, 2024 • 17:56 PM
Neeraj Chopra meets Roger Federer, says: ‘It’s a dream come true for me’
Neeraj Chopra meets Roger Federer, says: ‘It’s a dream come true for me’ (Image Source: IANS)

Neeraj Chopra: भारतीय ओलंपिक और विश्व चैंपियन जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ज्यूरिख में टेनिस के दिग्गज रोजर फेडरर से मुलाकात की।

दोनों सितारे स्विट्जरलैंड पर्यटन के राजदूत हैं, ज्यूरिख के ला रिजर्व ईडन औ लेक की सुरम्य पृष्ठभूमि में मिले।

नीरज ने गुरुवार को फेडरर से मिलने के फोटोज सोशल मीडिया पर साझा की।

उन्होंने फोटो के कैप्शन में उन्हें टैग करने हुए लिखा, ''एक स्पोर्ट्स आइकन से मिलना बेहद सम्मान की बात है, जिनका करियर लोगों के लिए इंस्पिरेशन रहा और अब भी बना हुआ है। आपसे बात करके बहुत अच्छा समय गुजरा और उम्मीद है कि हम दोबारा मिलेंगे।''

फेडरर के लिए, प्रशंसा पारस्परिक थी। 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता ने व्यक्तिगत और राष्ट्रीय सफलता के लिए उत्प्रेरक के रूप में उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प का हवाला देते हुए, नीरज की उल्लेखनीय उपलब्धियों की सराहना की।

फेडरर ने कहा, "मैं इस बात से आश्चर्यचकित हूं कि नीरज ने अपने धैर्य और दृढ़ संकल्प के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से और अपने देश के लिए कितना कुछ हासिल किया है।"

एक रिपोर्ट में 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता के हवाले से कहा गया, यहां ज्यूरिख में उनसे मिलना बहुत अच्छा रहा।

खेल भावना का परिचय देते हुए फेडरर ने नीरज को साइन किया हुआ एक टेनिस रैकेट भेंट किया, जबकि नीरज ने बदले में एशियाई खेलों की साइन की हुई भारत की जर्सी फेडरर को दी।

मुलाकात पर विचार करते हुए नीरज ने स्विस दिग्गज से मिली बहुमूल्य सलाह के लिए आभार व्यक्त करते हुए जर्सी पर एक संदेश लिखा, "आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा। सलाह के लिए धन्यवाद; मैं इसका पालन करूंगा।"

आगामी पेरिस 2024 खेलों में अपनी ओलंपिक सफलता को दोहराने पर नजर गड़ाए हुए नीरज ने टोक्यो के बाद इतिहास बनाना जारी रखा है। विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एक रजत और एक अभूतपूर्व स्वर्ण पदक जीतकर और हांगझोऊ में एशियाई खेलों में अपना स्वर्ण बरकरार रखते हुए, वह भारत की खेल शक्ति के प्रतीक के रूप में खड़े हैं।


Advertisement
Advertisement