Paris Olympics: टेबल टेनिस भारत में अभी भी एक उभरता हुआ खेल है और इसे अपने उत्कर्ष पर पहुंचना बाकी है। साल 2025 में भारत को इस खेल में अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बड़ी सफलता नहीं मिली, लेकिन युवा खिलाड़ियों ने अपने दमदार प्रदर्शन से सुनहरे भविष्य की उम्मीद जरूर जगाई।
भारतीय दिग्गज अचंता शरत कमल ने मार्च में चेन्नई में डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर के दौरान प्रोफेशनल करियर से संन्यास ले लिया। भारतीय टेबल टेनिस के लिए यह निराशाजनक था, लेकिन नई पीढ़ी ने उम्मीद जगाई और जूनियर और युवा वर्ग में शानदार प्रदर्शन किया। कई पदक डब्ल्यूटीटी में भारत को मिले।
एशियन यूथ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अंडर-15 में महिला एकल में स्वर्ण पदक जीतकर दिव्यांशी भौमिक ने इतिहास रचा। 36 साल बाद किसी भारतीय ने यह खिताब जीता। भारतीय अंडर-19 पुरुष टीम ने विश्व युवा चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। फाइनल में भारतीय टीम को जापान से हारना पड़ा था। भारतीय पुरुष टीम का यह पहला पदक था।