आखिर भाग्य से हार गईं विनेश फोगाट
Vinesh Phogat: वक्त की एक खासियत है यह कभी भी पलट सकता है... यकीन न हो तो विनेश फोगाट के बारे में जान लीजिए। पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की ऐतिहासिक पटखनी से हर कोई खुश था और उनसे गोल्ड की आस लगाए बैठा था, लेकिन किसको पता था कि विरोधी पहलवानों को पटखनी देने वाली विनेश को वक्त के आगे झुकना पड़ेगा। गोल्ड से मात्र एक कदम दूर विनेश ओलंपिक फाइनल से डिसक्वालीफाई हो चुकी हैं और इसका कारण मात्र उनका अधिक 100 ग्राम वजन है।
Vinesh Phogat: वक्त की एक खासियत है यह कभी भी पलट सकता है... यकीन न हो तो विनेश फोगाट के बारे में जान लीजिए। पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की ऐतिहासिक पटखनी से हर कोई खुश था और उनसे गोल्ड की आस लगाए बैठा था, लेकिन किसको पता था कि विरोधी पहलवानों को पटखनी देने वाली विनेश को वक्त के आगे झुकना पड़ेगा। गोल्ड से मात्र एक कदम दूर विनेश ओलंपिक फाइनल से डिसक्वालीफाई हो चुकी हैं और इसका कारण मात्र उनका अधिक 100 ग्राम वजन है।
ओलंपिक में फाइनल तक का सफर तय करना भारत की इस बेटी के लिए आसान नहीं था, उसे प्री-क्वार्टर में ही 4 बार की विश्व चैंपियन और पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट का सामना करना था। विनेश के पिता महावीर फोगाट का मानना था कि ये मैच गोल्ड की लड़ाई है। एक चुनौतीपूर्ण मुकाबले में विनेश ने सुसाकी को 3-2 से हराया। सुसाकी ने अपने करियर के सभी 95 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले जीते थे। लेकिन, विनेश ने सुसाकी को उन्हीं के पैंतरे से मात दी।
क्वार्टर फाइनल में विनेश ने कड़ी टक्कर में यूक्रेन की लिवाच को 7-5 से हराया और सीधे सेमीफाइनल में एंट्री मारी। सेमीफाइनल मुकाबले में विनेश के खिलाफ क्यूबा की रेसलर गुजमन लोपेज थी। सिर्फ 6 मिनट तक चलने वाले रेसलिंग मैच में विनेश ने 5-0 से जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बनाई।
ओलंपिक में फाइनल तक का सफर तय करना भारत की इस बेटी के लिए आसान नहीं था, उसे प्री-क्वार्टर में ही 4 बार की विश्व चैंपियन और पिछले ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट का सामना करना था। विनेश के पिता महावीर फोगाट का मानना था कि ये मैच गोल्ड की लड़ाई है। एक चुनौतीपूर्ण मुकाबले में विनेश ने सुसाकी को 3-2 से हराया। सुसाकी ने अपने करियर के सभी 95 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले जीते थे। लेकिन, विनेश ने सुसाकी को उन्हीं के पैंतरे से मात दी।
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Article Source: IANS