पुरुषों के 10 मीटर एयर राइफल एसएच फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे स्वरूप उन्हालकर
Paris Paralympics: भारत के स्वरूप उन्हालकर शनिवार को पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग (एसएच1) स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। वे क्वालीिफिकेशन राउंड में 613.4 के स्कोर के साथ 14वें स्थान पर रहे।
Paris Paralympics: भारत के स्वरूप उन्हालकर शनिवार को पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग (एसएच1) स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। वे क्वालीिफिकेशन राउंड में 613.4 के स्कोर के साथ 14वें स्थान पर रहे।
क्वालिफिकेशन राउंड में शीर्ष आठ में पहुंचने वाले प्रतिभागी एथलीट फाइनल में पहुंचेंगे। दक्षिण कोरिया के पार्क जिन-हो, जो 2021 में 631.3 के स्कोर के साथ पैरालंपिक क्वालिफिकेशन रिकॉर्ड धारक भी हैं, वो 624.4 के स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहे।
उसके बाद डेनमार्क के मार्टिन जोर्जेंसन रहे, जिन्होंने 621.8 अंकों के साथ समापन किया और उनके बाद तीसरे नंबर पर डेनमार्क के खिलाड़ी हैं, जो 0.2 के अंतर से पीछे रहे।
उन्हालकर कभी भी 13वें स्थान से आगे नहीं बढ़ पाए और एक बार तो स्पर्धा के दौरान 16वें स्थान पर भी खिसक गए थे।
कोल्हापुर के इस निशानेबाज को छोटी उम्र में ही पोलियो हो गया था। उन्होंने 103.0 के स्कोर के साथ दूसरी सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन निरंतरता बनाए रखने में संघर्ष किया। उनके 101.8, 103.0, 101.7, 101.8, 102.4 और 102.7 के स्कोर ने कुल 613.4 का स्कोर बनाया।
एसएच1 श्रेणी उन पैरा निशानेबाजों के लिए निर्धारित है जो बिना किसी कठिनाई के अपनी बंदूक पकड़ सकते हैं और खड़े होकर या बैठकर (व्हीलचेयर या कुर्सी पर) निशाना साध सकते हैं।
इससे पहले शुक्रवार को भारत ने चल रहे पैरालंपिक में निशानेबाजी में तीन पदक जीते। राजस्थान की अवनि लेखरा और मोना अग्रवाल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल एसएच-1 स्पर्धा में क्रमश: स्वर्ण और कांस्य पदक जीते, जबकि मनीष नरवाल ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में 234.9 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता।
एसएच1 श्रेणी उन पैरा निशानेबाजों के लिए निर्धारित है जो बिना किसी कठिनाई के अपनी बंदूक पकड़ सकते हैं और खड़े होकर या बैठकर (व्हीलचेयर या कुर्सी पर) निशाना साध सकते हैं।
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Article Source: IANS