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विश्व बैडमिंटन दिवस विशेष:चीन में बैडमिंटन खेलते हैं 30 करोड़ लोग

World Badminton Day Special: 5 जुलाई को विश्व बैडमिंटन दिवस है। यह दिवस अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन संघ द्वारा स्थापित एक दिवस है, जिसका उद्देश्य बैडमिंटन को लोकप्रिय बनाना और इस खेल के प्रति लोगों की पहचान व उत्साह बढ़ाना...

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IANS News
By IANS News July 04, 2023 • 10:07 AM
विश्व बैडमिंटन दिवस विशेष:चीन में बैडमिंटन खेलते हैं 30 करोड़ लोग
विश्व बैडमिंटन दिवस विशेष:चीन में बैडमिंटन खेलते हैं 30 करोड़ लोग (Image Source: IANS)

World Badminton Day Special: 5 जुलाई को विश्व बैडमिंटन दिवस है। यह दिवस अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन संघ द्वारा स्थापित एक दिवस है, जिसका उद्देश्य बैडमिंटन को लोकप्रिय बनाना और इस खेल के प्रति लोगों की पहचान व उत्साह बढ़ाना है। ध्यान रहे विश्व बैडमिंटन संघ ने मार्च 2022 में हर साल की 5 जुलाई को विश्व बैडमिंटन दिवस की घोषणा की।

इसलिए इस साल दूसरा विश्व बैडमिंटन दिवस मनाया जा रहा है। बैडमिंटन व्यापक जनाधार वाला एक वैश्विक खेल है। उसका गहरा सांस्कृतिक आधार भी है। विश्व बैडमिंटन दिवस मनाने से न सिर्फ बैडमिंटन खेल के विकास को बढ़ावा मिलता है, बल्कि विभिन्न देशों के आदान प्रदान व सहयोग को भी मदद मिलती है।

इस दिन विभिन्न देशों के बैडमिंटन खेल प्रेमी तरह तरह की गतिविधियां व प्रतियोगिताएं करने से पारस्परिक समझ व मित्रता गहराते हैं और एक साथ बैडमिंटन के विकास को बढ़ा सकते हैं।

बैडमिंटन एक बहुत लाभदायक खेल है। बैडमिंटन खेल कर लोग अपने शरीर को मजबूत करते हैं, दिल व फेफड़े का फंक्शन उन्नत करते हैं, मांसपेशी की शक्ति बढ़ाते हैं और शारीरिक समन्वय व चुस्ती-फुस्ती सुधारते हैं। इस के अलावा बैडमिंटन खेलना जीवन का दबाव व थकान कम कर सकता है और नींद की गुणवत्ता का सुधार भी कर सकता है।

उल्लेखनीय बात है कि बैडमिंटन हर वर्ग के लोगों की हिस्सेदारी के लिए समुचित है। चाहे आप बूढ़े हों या युवा हों, बैडमिंटन शारीरिक स्वास्थ्य व मानसिक खुशी बनाए रखने में मददगार होगा। बैडमिंटन का सब से प्रारंभिक रूप 14 या 15 सदी में जापान में

पैदा हुआ। 18वीं सदी के अंत में यह खेल भारत में आया। बाद में ब्रिटिश लोग यह खेल स्वदेश ले गए और ब्रिटेन में आधुनिकबैडमिंटन खेल बना। 20वीं सदी के आरंभ में पेशेवर बैडमिंटन प्रतियोगिता उभरी। वर्ष 1934 में पहला ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन ओपन प्रतियोगिता आयोजित हुई। उसी साल विश्व बैडमिंटन संघ भी स्थापित हुआ। विश्व भर में बैडमिंटन खेल का व्यापक प्रचार प्रसार शुरू हुआ। वर्ष 1988 में बैडमिंटन सोल ओलंपिक खेल समारोह का प्रदर्शन खेल बना, जिसे बड़ी सफलता मिली।

वर्ष 1992 बासेरोना ओलंपिक में बैडमिंटन ओलंपिक का औपचारिक खेल बन गया। उस समय से बैडमिंटन तेज विकास के रास्ते पर चलने लगा। प्रतिस्पर्द्धा की दृष्टि से देखा जाए तो चीन, इंडोनिशिया, जापान और दक्षिण कोरिया विश्व बैडमिंटन मंच पर अग्रसर रहते हैं, खासकर चीन का दबदबा इधर तीन दशकों से बना हुआ है। चीनी राष्ट्रीय टीम के कुल 166 खिलाड़ियों ने विश्व चैंपियनशिप जीती है।

पुरुष खिलाड़ी लिन तान उन में से एक श्रेष्ठ प्रतिनिधि है। उन्होंने अपने कैरियर में कुल 20 विश्व चैंपियनशिप जीतीं हैं। बैडमिंटन में चीन के वर्चस्व का मूल कारण उस का मजबूत जन आधार है। आंकड़ों के अनुसार चीन में 30 करोड़ लोग बैडमिंटन खेलते हैं।इस के साथ बैडमिंटन चीन के खेल व्यवसायों का एक मुख्य स्तंभ भी है।


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