Simon brown
क्रिकेट इतिहास का वो कैच जिसे छोड़ने की कीमत थी 483 रन, 2 खिलाड़ियों का करियर भी हुआ खत्म
क्रिकेट में एक पुरानी कहावत है- कैच लपको, मैच जीतो। यह कहावत आज भी सही है। पिछले कुछ दिन की दो सबसे अच्छी मिसाल : करारा, ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज, पहला टी-20 इंटरनेशनल 2022 : ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को तीन विकेट से हराया- एक गेंद बची थी। ऑस्ट्रेलिया को शेल्डन कॉटरेल के आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे। ऐसे नाजुक मुकाम पर वेड (39*) का कैच रेमन रीफर ने डीप में गिरा दिया।
भारत-पाकिस्तान, दुबई, एशिया कप 2022 : सुपर 4 राउंड के इस मैच में बाबर आजम की टीम की 5 विकेट से जीत। अर्शदीप सिंह ने एक आसान कैच गिराया जो मैच का रुख पूरी तरह से बदल सकता था। रवि बिश्नोई के आख़िरी ओवर में आसिफ अली को लाइफलाइन और आसिफ ने 8 गेंद में 16* रन बनाकर मैच पाकिस्तान की झोली में डाल दिया। इस हार ने भारत को एशिया कप से बाहर करने में बड़ी ख़ास भूमिका निभाई।
ये कैच तो हमेशा याद रहेंगे पर जहां तक कैच छोड़ने की बात है- 1999 वर्ल्ड कप में हर्शल गिब्स, 1902 एशेज के चौथे टेस्ट में फ्रेड टेट और माइक गैटिंग का 1993 में भारत के विरुद्ध दूसरे टेस्ट में कैच छोड़ना तो इतिहास हैं। आज तक का सबसे महंगा कैच छोड़ना कौन सा है? इस सवाल का कोई तय जवाब नहीं हो सकता पर अगर शुद्ध रन की गिनती के संदर्भ में बात करें तो जवाब होगा ब्रायन लारा का कैच जो क्रिस स्कॉट ने छोड़ा 3 जून 1994 को एजबेस्टन में। उस वक्त लारा 18 रन पर थे और आखिर में 501* रन बना दिए- आज तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ये सबसे बड़ा स्कोर है।