रंगभेद के कारण पिता हुए थे टीम से बाहर, अब उस दिग्गज क्रिकेटर्स के बेटे ने लिया बदला
अक्टूबर 29, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): भारतीय मूल के साऊथ अफ्रीकी क्रिकेटर आत्मानंद महाराज के साथ उस वक्त अन्याय हुआ जब रंगभेद की वजह से उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिल पाई थी। वे प्रथम श्रेणी टीम नटाल बी की
अक्टूबर 29, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): भारतीय मूल के साऊथ अफ्रीकी क्रिकेटर आत्मानंद महाराज के साथ उस वक्त अन्याय हुआ जब रंगभेद की वजह से उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिल पाई थी। वे प्रथम श्रेणी टीम नटाल बी की ओर से विकेटकीपिंग करते थे। लेकिन मौजूदा वक्त में उनके बेटे केशव महाराज को ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए साऊथ अफ्रीका की टीम में जगह दी गई है।
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गौरतलब है कि साऊथ अफ्रीका-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट तीन नवंबर से पर्थ में खेला जाएगा। केशव की उम्र जब महज 3 साल की थी तो किरण मोरे ने उनकी हथेलियों को देखकर बता दिया था कि यह लड़का क्रिकेटर बनेगा, और किरण मोरे की भविष्यवाणी सच साबित हुई। केशव 13 साल की उम्र से क्रिकेट खेलने लगे।
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केशव साऊथ अफ्रीका की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हैं। उन्होंने अब तक कोई भी अंतराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है।
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आपको बता दे कि जब उनके पिता को रंगभेद की वजह से टीम जगह नहीं मिली थी, उसके बाद उन्होंने अपने बेटे को काबिल बनाने के लिए कोच की ट्रेनिंग ली। पहले तेज गेंदबाजी करने वाले केशव ने अपने पिता के कहने पर ही स्पिन गेंदबाजी करना शुरू किया। उनकी कलाई का मूवमेंट देखकर पिता ने उन्हें ये सलाह दी थी। फास्ट बॉलिंग को छोड़कर स्पिन बॉलिंग शुरू करते ही केशव ने तेजी से विकेट चटकाना शुरू कर दिया। उन्होंने 77 फर्स्ट क्लास मैच में 275 विकेट चटका दिए हैं।
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