पर्यटक बनकर रह गये पुजारा और पांडे

Updated: Mon, Feb 02 2015 09:46 IST

नई दिल्ली, 05 मार्च (हि.स.) । एशिया कप के फाइनल की होड से भारतीय टीम बाहर हो चुकी है। इसके बावजूद अफगानिस्तान के खिलाफ आखिरी लीग मैच में भारतीय टीम प्रबंधन ने बेंच पर बैठे दो खिलाड़ियों बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे को मौका नहीं दिया। भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ बुधवार को परिणाम के लिहाज से महत्वहीन मैच में वही टीम उतारी है जो पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच में एक विकेट से हार गई थी। पाकिस्तान से मंगलवार को रोमांचक संघर्ष में बंगलादेश को तीन विकेट से पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया था और उसकी इस जीत से भारत की बची खुची संभावनाएं समाप्त हो गई थीं।

भारत की एशिया कप की 16 सदस्यीय टीम में केवल पुजारा और ईश्वर ही ऐसे दो खिलाड़ी रह गए जिन्हें इस टूर्नामेंट में खेलने का मौका नहीं मिल पाया। पुजारा को एशिया कप की टीम में यह सोचकर शामिल किया गया था कि वह लड़खड़ाते मध्यक्रम को मजबूती देंगे लेकिन कप्तान विराट ने पुजारा को कोई मौका नहीं दिया।

मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे न्यूजीलैंड दौरे में भी भारतीय टीम में शामिल थे और उन्हें वहां सिर्फ एक अभ्यास मैच खेलने को मिला था। न्यूजीलैंड में दो टेस्टों और पांच वनडे में ईश्वर को कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने कोई मौका नहीं दिया था।  यह उम्मीद थी कि लंबे समय बाद वनडे टीम में जगह बनाने वाले पुजारा कम से कम एशिया कप में खेल पाएंगे और ईश्वर को भी एक मौका मिल पाएगा। लेकिन दोनों खिलाड़ी बेंच पर बैठे यह सोचते रह गए कि मेरा नंबर कब आएगा। 26 वर्षीय पुजारा ने अपने करियर में दो वनडे में आखिरी वनडे तीन अगस्त 2013 को जिम्बाब्वे के खिलाफ बुलावायो में खेला था जबकि ईश्वर को अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू करने का इंतजार है। ईश्वर 31 प्रथम श्रेणी मैचों में 131 विकेट और 16 लिस्ट ए मैचों में 22 विकेट हासिल कर चुके हैं।

ये दोनों खिलाड़ी बंगलादेश में 16 मार्च से होने वाले ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। इसलिए इन दोनों खिलाड़ियों को वनडे में अपनी किस्मत आजमाने के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ेगा। एशिया कप की टीम में तेज गेंदबाज वरुण एरन और ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी को एक-एक मैच खेलने का मौका मिला जबकि लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने दो मैच खेल लिए। लेकिन पुजारा और ईश्वर की किस्मत में ऐसा कोई मौका नहीं आया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील

 

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