अनुराग ठाकुर को आखिर इस वजह से सर्वोच्च न्यायालय से मांगनी पड़ी माफी

Updated: Mon, Mar 06 2017 22:29 IST

नई दिल्ली, 6 मार्च| शपथ-पत्र में झूठी गवाही देने के आरोपी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय से 'बिना शर्त' माफी मांग ली। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़ ने मामले पर 17 अप्रैल को होने वाली मामले की अगली सुनवाई में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित रहने से अनुराग को छूट दे दी।

अनुराग की ओर से वरिष्ठ वकील पी. एस. पाटवालिया ने कहा, "मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं और मैंने परिस्थितियों का पूरा ब्योरा दे दिया है। मेरा कभी भी कोई इरादा.. नहीं था।" इसी वर्ष देश की शीर्ष अदालत ने क्रिकेट प्रशासन में सुधारों पर आर. एम. लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने के आदेश का पालन न करने को लेकर अनुराग और बीसीसीआई के सचिव अजय शिर्के को बर्खास्त कर दिया है। केएल राहुल का ऐलान, अब ऑस्ट्रेलिया की खैर नहीं...

शीर्ष अदालत की पीठ ने अनुराग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से स्वायत्तता के संबंध में अपने पक्ष में चिट्ठी मांगने को लेकर झूठा शपथ-पत्र दाखिल करने पर अदालत की अवमानना और झूठी गवाही का नोटिस जारी किया था। उल्लेखनीय है कि अनुराग ने आईसीसी से बीसीसीआई में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की नियुक्ति को सरकारी हस्तक्षेप वाला बताते हुए एक चिट्ठी भेजने के लिए कहा था, लेकिन अदालत में उन्होंने इस संबंध में झूठ बोला था।

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