कप्तानी पारी की शुरूआत जीत के साथ करना चाहेगें विराट कोहली

Updated: Wed, Jun 10 2015 06:00 IST

फातुल्लाह (बांग्लादेश),10 जून (आईएएनएस)| भारतीय टीम खान साहेब उस्मान अली स्टेडियम में जब बुधवार को मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच खेलने उतरेगी तब विराट कोहली जीत के साथ कप्तान के रूप में अपनी पूर्णकालिक पारी की शुरुआत करना चाहेंगे।

महेंद्र सिंह धोनी द्वारा अचानक टेस्ट को अलविदा कहने के बाद अब प्रशंसकों की निगाहें कोहली के नेतृत्व पर हैं जो अपने आक्रामक तेवर और कभी न हार मानने वाले खिलाड़ी के तौर पर देखे जाते हैं। कोहली बांग्लादेश रवाना होने से पहले कह चुके हैं कि अब भारत को टेस्ट में भी लगातार जीत हासिल करने की आदत डालनी होगी।

वर्ल्ड कप से पहले आस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला में दो मैचों में कोहली की आक्रामक कप्तानी की झलक देखने को मिल चुकी है। धोनी के शांत और सौम्य तरीके से टीम का नेतृत्व करने के अंदाज से बिल्कुल जुदा कोहली ने इस कारण उस दौरे में अपनी कप्तानी के लिए खूब चर्चा बटोरी।

आस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के साथ कोहली के वाद-विवाद ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी। साथ ही कोहली का प्रदर्शन में उस दौरे में शानदार रहा। उन्होंने सीरीज में चार शतक जमाए और भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।

बहरहाल, बांग्लादेश के साथ मुकाबले की बात करें तो भारतीय टीम की मजबूत बल्लेबाजी उसकी सबसे बड़ी ताकत है। मेजबान बांग्लादेश के हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन और तेज गेंदबाज रुबेल हसन पर भारतीय बल्लेबाजों को चुनौती देने की मुख्य जिम्मेदारी होगी।

वैसे, बांग्लादेश के पास अच्छे गेंदबाजों की कमी उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। पाकिस्तान के खिलाफ हाल में खराब गेंदबाजी के कारण ही बांग्लादेश को 0-1 से हार का सामना करना पड़ा।

मेजबान टीम का उत्साह बढ़ाने के लिए उसके साथ वर्ल्ड कप में किए शानदार प्रदर्शन की यादें होंगी। वर्ल्ड कप में बांग्लादेश को क्वार्टर फाइनल में भारत के ही हाथों हार कर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। 

दोनों टीमों के बीच हुए अब तक के टेस्ट मैचों की बात करें तो निश्चित तौर पर भारत का पलड़ा भारी है।

बांग्लादेश ने अपना पहला टेस्ट मैच भारत के साथ नवंबर-2000 में खेला। भारत के साथ खेले 7 मैचों में बांग्लादेश को 6 में हार का सामना करना पड़ा। चटगांव में 2007 में खेला गया मैच ड्रा रहा। इस ड्रा में बारिश ने भी अहम भूमिका निभाई।

ऑफ-स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह के लिए भी यह मैच खास होगा जो लंबे समय बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने में कामयाब हुए हैं। इसके अलावा धोनी के विदाई के बाद रिद्धिमान साह भी अपने प्रदर्शन से भारतीय टेस्ट टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहेंगे।

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