तकनीकी नहीं, मानसिक रूप से मजबूत होना ज्यादा जरूरी: अजिंक्य रहाणे

Updated: Thu, Jun 30 2016 21:14 IST

बेंगलुरू, 30 जून (CRICKETNMORE): अगले महीने वेस्टइंडीज दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान बनाए गए अजिंक्य रहाणे का मानना है कि इस खेल में तकनीकी रूप से सही होने से ज्यादा जरूरी मानसिक रूप से मजबूत और एकाग्र होना है। टीम के नए कोच दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले के मार्ग दर्शन में भारतीय टीम नौ जुलाई को सेंट किट्स में दो दिवसीय अभ्यास मैच के साथ वेस्टइंडीज दौरे की शुरुआत करेगी। इसके बाद वह दूसरा मैच 14 जुलाई को इसी जगह खेलेगी, यह मैच दिन दिवसीय होगा। 

बीसीसीआई डॉट टीवी ने रहाणे के हवाले से लिखा, "तकनीक काफी जरूरी है, लेकिन मेरा मानना है कि तकनीक से ज्यादा आप मानसिक तौर पर कितने मजबूत और कितने एकाग्र हैं, यह ज्यादा जरूरी है। मेरा मानना है कि यह 85 प्रतिशत दिमाग का खेल है।"

उन्होंने कहा, "मैं अभ्यास के दौरान अपनी तकनीक पर ध्यान देता हूं, लेकिन जब मैं खेल नहीं रहा तब मैं अपने आप को मानसिक रूप से कितना मजबूत बनाता हूं यह बेहद जरूरी है।"

49 दिन के वेस्टइंडीज दौरे के बारे में इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि उनकी कोशिश व्यक्तिगत सफलता को परे रखकर टीम की सफलता में योगदान देने की होगी। 

उन्होंने कहा, "वेस्टइंडीज का दौरा किसी भी तरह से अलग नहीं होगा। मैं वहां की जरूरतों के हिसाब से अपनी तैयारी करूंगा और टीम में अपना योगदान देने की कोशिश करूंगा।"

रहाणे ने कहा, "मैं रन या शतक को लेकर लक्ष्य नहीं बनाता, क्योंकि अगर आप उन लक्ष्यों का पीछा करते हो तो कई बार आप भविष्य में चले जाते हो। मैं हमेशा इस पल में क्या हो रहा इस बारे में सोचना चाहता हूं। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ खेलने की कोशिश करूंगा और अगर टीम की सफलता में योगदान दे सका तो मुझे खुशी होगी।"

विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम भारतीय टीम छह जुलाई को वेस्टइंडीज के लिए रवाना होगी। 

हाल ही में उप-कप्तानी की जिम्मेदारी संभालने वाले रहाणे ने कहा कि वह इस नई चुनौती के लिए तैयार हैं। 

उन्होंने कहा, "मैं इस जिम्मेदारी को लेकर काफी उत्सुक हूं और वेस्टइंडीज जाने के लिए तैयार हूं। यह अतिरिक्त जिम्मेदारी मुझसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाएगी, क्योंकि मुझे जिम्मेदारी लेना पसंद है।"

रहाणे ने कहा, "एक खिलाड़ी और उप-कप्तान के तौर पर आप लगातार खेल के बारे में सोचते रहते हो और कप्तान के पूछने पर आप सुझावों और विकल्पों के साथ तैयार रहते हो।"

उन्होंने कहा, "मैं हमेशा कप्तान को कुछ बोलना नहीं चाहता। जब विराट मुझसे पूछे तब मेरे पास जवाब होना चाहिए की क्या करना है। इसलिए यह मेरे लिए नई जिम्मेदारी और चुनौती है। मैं इसका आनंद उठाऊंगा।"

खेल के तीनों प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले रहाणे विनम्रता से जीवन जीने में विश्वास करते हैं। 

रहाणे ने कहा, "हालात चाहे जो भी हो आपको विनम्र और सबका सम्मान करना चाहिए। विनम्र रहना जरूरी है, क्योंकि अगर आप अपनी सफलता और असफलता के समय एक जैसा व्यवहार करते हैं तो आप जीवन में आगे बढ़ते हैं।"

एजेंसी

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