विजय हजारे ट्रॉफी: 18 साल बाद इस टीम ने की घरेलू क्रिकेट में वापसी,पहले मैच में मिली जीत
19 सितम्बर (CRICKETNMORE)| बिहार ने 18 साल बाद घरेलू क्रिकेट में दमदार वापसी करते हुए बुधवार को विजय हजारे ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप के अपने पहले मुकाबले में नागालैंड को आठ विकेट से मात दी। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी नागालैंड ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 253 रन बनाए जिसे बिहार ने बाबुल कुमार के शानदार शतकीय पारी की बदौलत 43.4 ओवर में दो विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
नागालैंड के लिए सलामी बल्लेबाज नितेश लोचब ने सबसे अधिक 79 रनों का योगदान दिया। उन्होंने 69 गेंद लंबी अपनी पारी में 12 चौके और दो छक्के लगाए। बिहार के लिए समार कादरी ने तीन जबकि केशव कुमार और दिवान खान ने दो-दो विकेट लिए। आशुतोष अमन को एक विकेट मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बिहार की शुरुआत खराब रही और आठ के स्कोर पर टीम ने कुंदन गुप्ता (2) के रूप में अपना पहला विकेट खोया। इसके बाद बाबुल कुमार (121 नाबाद ) और विकाश रंजन (47)ने दमदार पारी खेली और बिहार को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। बिहार के लिए केशव कुमार ने भी नाबाद 76 रन बनाए।
नागालैंड की ओर से रवि मौर्या और इम्लीवाती लेम्तुर ने एक-एक विकेट चटकाए।
बिहार के अलावा अरुणाचल प्रदेश भी अपना पहला ग्रुप मुकाबला जीतने में कामयाब रहा। अरुणाचल प्रदेश ने नाडियाड में खेले गए मैच में मिजोरम को चार विकेट से हराया।
मिजोरम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और तरुवर कोहली के शानदार शतक की बदौलत 50 ओवर में आठ विकेट खोकर 234 रन बनाए। अरुणाचल की तरफ से मेडुंग सिंगफो ने दो और अखिलेश साहनी, क्षितिज शर्मा, संदीप ठाकुर और समर्थ सेठ ने एक-एक विकेट हासिल लिया।
अरुणाचल प्रदेश ने यह लक्ष्य सलामी बल्लेबजा समर्थ सेठ के 107 रनों की पारी के दम पर छह विकेट खोकर 47 ओवर में ही हासिल कर लिया।
मिजोरम के लिए मारेमा ने तीन जबकि राल्टे, लल्नुन तुलांगा और अखिल राजपूत को एक-एक विकेट मिला।
वडोदरा में हुए प्लेट ग्रुप के एक अन्य मुकाबले में पुडुचेरी को आठ विकेट से करारी शिकस्त दी। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी मणिपुर की पूरी टीम 120 पर ही ढेर हो गई। पुडुचेरी की ओर से सारग उधेशी ने चार, सागर त्रिवेदी ने तीन असित संगनकल ने दो और अभिषेक नायर ने एक विकेट लिया।
पुडुचेरी ने लक्ष्य का पीछा करते हुए कोई गलती नहीं की और 25.3 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। विजेता टीम के लिए सबसे ज्यादा सलामी बल्लेबाज शशांक सिंह ने 63 रना बनाए।