क्या रोहित शर्मा विदेशी धरती पर टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर सफल हो पाएंगे ? जानिए कितनी संभावना है !
16 अक्टूबर। बतौर ओपनर रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार शुरूआत की है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले ही टेस्ट मैच में बतौर ओपनर रोहित शर्मा ने दोहरा शतक और शतक जड़कर हर किसी के विश्वास को सही ठहराया है।
रोहित शर्मा ने मिले मौके पर चौका जड़कर अपनी जगह टेस्ट में बतौर ओपनर बना ली है। अब 19 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा। ऐसे में तीसरे टेस्ट में एक बार फिर रोहित शर्मा के पास बड़ा स्कोर खड़ा करने का मौका होगा।
गौरतलब है कि अभी भारतीय टीम को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के बाद अपने घर पर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है। बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम अपने घर पर शेर है और रोहित शर्मा के लिए एक बार फिर व्यक्तिगत तौर पर कमाल करने का मौका होगा।
बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा की बल्लेबाजी का जलवा दिखेगा इसमें कोई शक नहीं है लेकिन द हिट मैन के लिए सबसे बड़ा चैलेंज खुद को विदेशी धरती पर साबित करने का होगा।
न्यूजीलैंड दौरे पर रोहित शर्मा का बतौर ओपनर होगा रियल टेस्ट!
भारतीय टीम जनवरी 2020 में न्यूजीलैंड दौरे पर जाएगी जहां भारतीय टीम को 2 टेस्ट मैच खेलने हैं। न्यूजीलैंड की पिच तेज गेंदबाजों को काफी मदद करती है और कीवी मैदान पर ओपनर्स बल्लेबाजी कब्रगाह साबित होती है।
ऐसे में रोहित शर्मा बतौर ओपनर न्यूजीलैंड की पिच पर क्या कमाल करते हैं ये देखना हर किसी के लिए दिलचस्प होगा।रोहित शर्मा बड़े शॉट खेलने के लिए जाने जाते हैं और न्यूजीलैंड की पिच पर क्या वो तेज गेंदबाजों के खिलाफ खुद को सरवाइव कर पाएंगे ये हर किसी के लिए जिज्ञासा का विषय होगा।
विदेशी धरती पर रोहित शर्मा का टेस्ट में परफॉर्मेंस औसत है!
विदेशी धरती पर रोहित शर्मा ने 18 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें केवल 5 अर्धशतक जमा पाए हैं। विदेशी धरती पर रोहित शर्मा का औसत 26.32 का रहा है। रोहित शर्मा ने 5 शतक जमाए हैं और सभी शतक भारत की धरती पर आए हैं।
सहवाग से मोटीवेट हो सकते हैं रोहित शर्मा
जब से रोहित शर्मा ने ओपनिंग की जिम्मेदारी टेस्ट में संभाली है तब से हर कोई रोहित को टीम इंडिया का नया सहवाग कह रहा है। ऐसे में खुद रोहित शर्मा को विदेशी धरती पर कमाल करने के लिए सहवाग से मोटीवेट होना पड़ेगा।
वीरेंद्र सहवाग जहां अपने होन कंडीशन में धमाका करते थे वहीं विदेशी धरती पर भी बतौर ओपनर धमाकेदार बल्लेबाजी करने से पीछे नहीं रहे थे। सहवाग चाहे घर पर खेल रहें हों या फिर विदेशी धरती पर उनके बल्लेबाजी करने का स्टाइल एक जैसा ही होता था। सहवाग हर देश में जाकर अपने नॉर्मल गेम को खेलते थे।
ऐसे में रोहित शर्मा को भी सहवाग जैसे दिग्गज से मोटीवेट होकर विदेशी धरती पर अपने खेलने के स्टाइल को बदलना नहीं चाहिए और बिना दबाव के ओपनिंग बल्लेबाजी करनी चाहिए।