क्लार्क ने अपनी पुस्तक में हेडेन, साइमंड्स, बुखानन पर साधा निशाना

Updated: Thu, Nov 19 2015 18:43 IST

मेलबर्न, 19 नवंबर - आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने अपने पूर्व साथी खिलाड़ियों मैथ्यू हेडेन और एंड्र साइमंड्स पर तीखे हमले किए हैं, यहां तक कि पूर्व कोच जॉन बुखानन के बारे में क्लार्क ने कहा है कि उनका कुत्ता भी बुखानन से अच्छा काम कर सकता है। क्लार्क ने इसी सप्ताह प्रकाशित 'एशेज डायरी-2015' में आस्ट्रेलिया के स्वर्णिम दौर के सदस्यों पर जमकर भड़ास निकाली।

गौरतलब है कि क्लार्क के इसी वर्ष अगस्त में संन्यास लेने पर इन खिलाड़ियों ने क्लार्क की जमकर सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी।

क्लार्क ने हेडेन और साइमंड्स द्वारा की गई अपनी आलोचनाओं को उनकी 'नीच हरकत' बताया और पिछले 13 वर्षो के दौरान हर असफलता के बाद खाल उधेड़ने वाली मीडिया पर भी वह जमकर बरसे।

क्लार्क के पूर्व साथी साइमंड्स द्वारा क्लार्क की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाए जाने के कारण क्लार्क ने उन पर जमकर भड़ास निकाली।

क्लार्क ने लिखा है, "एंड्र साइमंड्स ने खुलेआम टेलीविजन पर मेरी नेतृत्व क्षमता की आलोचना की। माफ कीजिएगा, लेकिन वह किसी की नेतृत्व क्षमता आंकने की काबिलियत ही नहीं रखते। यह आदमी अपने देश के लिए शराब पीकर खेलने उतरता था। उसके लिए आलोचनाएं करना आसान काम होगा।"

हेडेन के उस बयान के लिए, जिसमें हेडेन ने कहा था कि 'रिकी पोंटिंग द्वारा बैट-पैड पोजीशन में फील्डिंग करना जारी रखने के लिए कहने पर क्लार्क ने आस्ट्रेलिया क्रिकेट छोड़ने की धमकी दी थी', कहा कि यह एक मजाकिया बात थी, जो हेडेन की समझ में ही नहीं आया।

विश्व कप विजेता आस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रहे क्लार्क ने आगे लिखा है, "मेरे खयाल से मैंने पिछले 12 वर्षो में दिखा दिया है कि मैंने अपने देश का नेतृत्व करते हुए कितना मूल्यवान कार्य किया है और मेरी 389 नंबर की जर्सी मेरे लिए कितना मायने रखती है। रिकी यदि मुझसे हार्बर पुल से कूदने के लिए कहते, तो मैं वहां से भी कूद जाता। मैं आस्ट्रेलिया के लिए खेलना इस हद पसंद करता हूं।"

क्लार्क ने पूर्व राष्ट्रीय कोच बुखानन पर भी जमकर भड़ास निकाली है। गौरतलब है कि बुखानन के कार्यकाल में आस्ट्रेलियाई स्वर्णिम दौर से गुजरा।

क्लार्क ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि बुखानन को आस्ट्रेलियाई जर्सी के बारे में कुछ भी जानकारी है, क्योंकि उन्हें इसे पहनने का कभी मौका ही नहीं मिला। वह इस तथ्य को अच्छी तरह जानते होंगे कि वह एक ऐसी टीम के कोच रहे, जिसे कोई भी यहां तक कि मेरा कुत्ता जेरी भी इस तरह प्रशिक्षित कर सकता था कि वे विश्व विजेता बनते।"

(आईएएनएस)


 

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