तेज गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट का अभिन्न अंग बनती जा रही है : वसीम अकरम

Updated: Fri, Apr 17 2015 07:38 IST

नई दिल्ली, 17 अप्रैल (CRICKETNMORE) । पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज व रिवर्स स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम का मानना है कि तेज गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट का अभिन्न अंग बनती जा रही है और युवा अब मोहम्मद शमी और उमेश यादव जैसे गेंदबाजों को अपना हीरो मानने लगे हैं। पांच साल पहले कोलकाता नाइट राइडर्स के गेंदबाजी सलाहकार बने अकरम ने अशोक डिंडाख् ईशांत शर्मा और यादव जैसे गेंदबाजों को टिप्स दिये हैं।

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा कि भारत में तेज गेंदबाजी की पकड़ मजबूत हो रही है लेकिन उन्होंने चेताया कि युवाओं को बताना होगा कि तेज गेंदबाजी सिर्फ एक स्पैल की बात नहीं है। उन्होंने कहा, ''खेल की लोकप्रियता के कारण तेज गेंदबाजी भी जगह बना रही है। इस देश के लोगों का क्रिकेट के लिये जुनून कमाल का है। आईपीएल के मैच के लिये 70000 लोगों का आना अद्भुत है। युवा खिलाड़ी भी अब शमी, उमेश और वरूण आरोन को हीरो मान रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ''तेज गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट में जगह बना रही है लेकिन इन युवाओं को बताना होगा कि तेज गेंदबाजी सिर्फ एक स्पैल की बात नहीं है। आपको यह सोचना होगा कि अगले 10 साल तक कैसे तेज गेंद फेंक सकते हैं।’’

यह पूछने पर कि उन्होंने यादव को क्या टिप्स दिये, अकरम ने कहा कि इन गेंदबाजों को कोचिंग की जरूरत नहीं है बल्कि यह बताना होगा कि सही स्विंग का इस्तेमाल कब करना है। उन्होंने कहा, 'उमेश यादव और मोहम्मद शमी जिस स्तर पर खेल रहे हैं, उन्हें कोचिंग की जरूरत नहीं है। उन्हें बेसिक्स नहीं बताने हैं। आपको उन्हें सिर्फ यह बताना है कि सही स्विंग का इस्तेमाल कब करना है और किसी बल्लेबाज को कैसे भांपना है।’’ अकरम ने कहा, ''मैंने उन्हें यही बताया कि हालात के अनुरूप गेंदबाजी कैसे करना है। मैंने नेट्स पर उनके साथ काम किया है। मैंने उमेश को बताया कि तुम्हें बेजान पिचों पर नयी गेंद खब्बू बल्लेबाजों से दूर रखना सीखना होगा। आपने विश्व कप में देखा कि उसने ऐसा ही किया।’’ टीम में वापसी की कोशिशों में जुटे अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान के बारे में अकरम ने कहा कि उनकी वापसी संभव है लेकिन उन्हें लगातार क्रिकेट खेलना होगा। उन्होंने कहा, ''36 बरस की उम्र में आप गेंदबाज के तौर पर बूढे नहीं होते। यदि आप प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते रहें तो वापसी आसान होती है। सिर्फ आईपीएल खेलने से तेज गेंदबाज की वापसी मुश्किल हो जाती है। पैंतीस बरस की उम्र के बाद आपको नियमित क्रिकेट खेलना जरूरी होता है।’’

एजेंसी

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें