IND vs ENG: भारत के हाथों चेपॉक में इंग्लैंड को मिली एशिया की सबसे बड़ी हार, जीत के साथ टीम इंडिया की सीरीज में वापसी
लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल (5/60) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (3/53) की शानदार गेंदबाजी से भारत ने यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को इंग्लैंड को 317 रनों से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी हासिल कर ली है।
मैच के तीसरे दिन भारत ने इंग्लैंड को 482 रनों का लक्ष्य दिया था, जिसके जवाब में इंग्लिश टीम 164 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। भारत की ओर से अक्षर और अश्विन के अलावा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने 25 रन देकर दो विकेट लिए। यह रनों के लिहाज से भारत की इंग्लैंड पर सबसे बड़ी जीत है।
इंग्लैंड ने इसी मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में भारत को 227 रनों से हराया था लेकिन टीम इंडिया ने दूसरा मैच जीत कर इंग्लिश टीम से हिसाब बराबर कर लिया। अब दोनों टीमें अहमदाबाद का रुख करेंगी, जहां मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में 24 फरवरी से डे-नाइट टेस्ट खेला जाएगा। यह दोनों टीमों के बीच पहला डे-नाइट टेस्ट होगा।
अश्विन को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। अश्विन ने पहली पारी में 43 रन देकर पांच विकेट लिए थे। इसके अलावा उन्होंने दूसरी पारी में 106 रन की शतकीय पारी खेली और 53 रन देकर तीन विकेट निकाले। अश्विन के करियर में यह तीसरा मौका था जब उन्होंने किसी टेस्ट में पांच विकेटों के अलावा शतक जड़ा।
भारत ने इस जीत से 60 अंक जुटाए और वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में चौथे से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। पहला टेस्ट जीतने के बाद दूसरे नंबर पर पहुंचा इंग्लैंड इस हार के साथ खिसकर चौथे स्थान पर आ गया है। भारत अगर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 2-1 या 3-1 से हरा देता है तो वह इस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच जाएगा।
भारत ने इसके साथ ही रनों के लिहाज से अपनी पांचवीं और इंग्लैंड के खिलाफ रनों के हिसाब से सबसे बड़ी टेस्ट जीत हासिल की। इस हार के साथ ही इंग्लैंड की एशिया में यह सबसे बड़ी हार साबित हुई।
पिछले मुकाबले में दोहरा शतक बनाने वाले जोए रूट इस मुकाबले में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। भारत में खेले गए आठ टेस्टों में ऐसा पहली बार है जब रूट किसी भी पारी में अर्धशतक नहीं बना पाए। रूट ने पहली पारी में छह रन बनाए थे।
इससे पहले लंच ब्रेक तक इंग्लैंड ने सात विकेट पर 116 रन बनाए। लंच के बाद जोए रूट ने 33 रन से आगे खेलना शुरू किया। लेकिन दूसरे सत्र की शुरूआत में ही अक्षर ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराकर रूट को आउट किया और इंग्लैंड की आखिरी उम्मीद भी तोड़ दी।
रूट ने 92 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 33 रन बनाए। नए बल्लेबाज के रुप में उतरे ओली स्टोन को अक्षर ने पगबाधा आउट कर इंग्लैंड को नौंवां झटका दिया। स्टोन पांच गेंद खेल कर खाता खोले बिना आउट हुए।
अंत में मोइन अली ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए कुछ बड़े शॉट्स लगाए और हार के अंतर को कम करने की कोशिश की। लेकिन कुलदीप ने स्टंप्स कराकर इंग्लैंड का आखिरी विकेट लिया और टीम को जीत दिलाई। मोइन ने 18 गेंदों पर तीन चौकों और पांच छक्कों के सहारे सर्वाधिक 43 रन बनाए। स्टुअर्ट ब्रॉड 10 गेंदों पर एक चौके की मदद से पांच रन बनाकर नाबाद रहे।
इंग्लैंड ने मंगलवार सुबह तीन विकेट पर 53 रन से आगे खेलना शुरू किया। इंग्लिश टीम की तरफ से डेनियल लॉरेंस ने 19 और कप्तान जोए रूट ने दो रन से आगे अपनी पारी बढ़ाई।
अश्विन ने पहले सत्र की शुरूआत में ही लॉरेंस को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों स्टंप्स करा दिया। लॉरेंस ने 53 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। इंग्लैंड की लड़खड़ाती पारी को रूट ने बेन स्टोक्स के साथ संभालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 24 रन जोड़े।
एक बार फिर अश्विन ने अपनी फिरकी का कमाल दिखाया और स्टोक्स को विराट कोहली के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड को पांचवां झटका दिया। स्टोक्स ने 51 गेंदों पर आठ रन बनाए। इसके बाद नए बल्लेबाज के रुप में क्रीज पर उतरे ओली पोप को अक्षर ने इशांत शर्मा के हाथों कैच कराकर पैवेलियन भेजा। पोप ने 20 गेंदों पर 12 रन में एक चौका लगाया।
कुलदीप ने इसके बाद लंच ब्रेक से ठीक पहले विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फोक्स को अक्षर के हाथों कैच कराया। फोक्स ने नौ गेंदें खेल कर दो रन बनाए। इंग्लैंड इससे पहले तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक रोरी बर्न्स (25), डोमिनिक सिब्ले (3) और जैक लीच (0) के विकेट गंवा चुका था।