मिस्बाह और शाहिद अफरीदी ने वन डे क्रिकेट को कहा अलविदा
नई दिल्ली, 20 मार्च (CRICKETNMORE) । ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में मिली हार के बाद पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाह-उल-हक और हरफनमौला शाहिद अफरीदी का वन डे क्रिकेट करियर खत्म हो गया। दोनों ने पहले ही एलान कर दिया था कि वर्ल्ड कप के बाद वह वन डे क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। श्रीलंका के महान बल्लेबाजों कुमार संगाकारा और महेला जयवर्धने की तरह से पहले से ही वन डे से संन्यास लेने का ऐलान करने वाले मिस्बाह अपने अंतिम मैच में न टीम को जीत दिला सके और न ही बल्ले से बड़ी पारी खेल सके। संगाकारा और जयवर्धने भी अपने अंतिम मैच में बुरी तरह से नाकाम रहे थे।
मिस्बाह की कप्तानी में पाक टीम ने 23 साल बाद उस इरादे से एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की धरती पर कदम रखा जहां उसने 1992 में इमरान खान की अगुवाई में पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। एडिलेड में खेले गए टूर्नामेंट के तीसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पाक के बल्लेबाज बुरी तरह से नाकाम रहे और पूरी टीम 213 रन बनाकर आउट हो गई और इस आसान लक्ष्य को मेजबान कंगारुओं ने 35 ओवर से पहले ही हासिल कर लिया।
मिस्बाह और शाहिद अफरीदी दोनों ने पहले ही वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लेने का ऐलान किया था। हालांकि अफरीदी पहले भी अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास लेते रहे हैं और वापसी करते रहे हैं। मिस्बाह ने कुल 162 मैच खेले जिसमें 148 पारियों में कुल 5122 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 42 अर्धशतक लगाए लेकिन वह एक भी शतकीय पारी खेलने में नाकाम रहे। वन डे में एक भी शतक के बगैर 5 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले वह दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं। वहीं अफरीदी ने 398 वन डे मैचों में 8064 रन बनाए हैं जिसमें 6 शतक औऱ 39 अर्धशतक शामिल हैं, अफरीदी ने गेंद से कमाल दिखाते हुए 395 विकेट भी लिए हैं। मिस्बाह वन डे और टी-20 से संन्यास लेने के बाद वह टेस्ट क्रिकेट में पाक टीम की अगुवाई करते रहेंगे। वहीं अफरीदी टी-20 क्रिकेट में खेलते रहेंगे।
एजेंसी