सचिन तेंदुलकर के डीपफेक का उपयोग करने के आरोप में पुलिस ने गेमिंग ऐप के मालिक पर मामला किया दर्ज
मुंबई पुलिस के साइबर डिपार्टमेंट ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के फर्जी वीडियो का इस्तेमाल करने के आरोप में एक गेमिंग ऐप के मालिक पर मामला दर्ज किया है। साइबर सेल ने सचिन के निजी सहायक रमेश पारधे की शिकायत सुनने के बाद FIR दर्ज की है।
डीपफेक या एआई-जनरेटेड (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) वीडियो में सचिन को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उनकी बेटी सारा उपरोक्त प्लेटफॉर्म पर गेम खेलकर रोजाना बड़ी रकम कमाती है। सूत्रों के अनुसार, साइबर डिपार्टमेंट ने सेक्शन 500 के तहत एफआईआर दर्ज की है जो मानहानि से संबंधित है और इंडियन पैनल कोड की सेक्शन 66 (A) जो इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट की कम्युनिकेशन सर्विस के माध्यम से आपत्तिजनक संदेश भेजने से संबंधित है।
सचिन ने सोमवार (15 जनवरी) को स्पष्ट किया था कि वीडियो फर्जी था और वह किसी भी तरह से ब्रांड से जुड़े नहीं थे। सचिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्स पर कहा कि, "ये वीडियो फर्जी हैं। टेक्नोलॉजी का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग देखना परेशान करने वाला है। सभी से बड़ी संख्या में इस तरह के वीडियो, विज्ञापन और ऐप्स की रिपोर्ट करने का अनुरोध करें। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को शिकायतों के प्रति सतर्क और प्रतिक्रियाशील रहने की जरूरत है। गलत इन्फॉर्मेशन और डीपफेक के प्रसार को रोकने के लिए उनकी ओर से तेजी से कार्रवाई जरुरी है।
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कथित फर्जी वीडियो में सचिन को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मेरी बेटी स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट ऐप पर ऑनलाइन गेम खेलकर रोजाना 1,80,000 रुपये जीतती है। मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि पैसा कमाना आजकल इतना आसान कैसे हो गया है और सबसे दिलचस्प बात यह है कि कि यह एप्लिकेशन (स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट) फ्री है और कोई भी iPhone यूज़र इसे आसानी से डाउनलोड कर सकता है।"