दीपक पटेल ने अपने खेल से सबका दिल जीता था
1986 से 1997 तक दीपक पटेल ऑलराउंडर प्लेयर के तौर न्यूजीलैंड की टीम के लिए खेलते रहे । दीपक पटेल ने अपने करियर में 37 टेस्ट और 75 वनडे मैचों में न्यूजीलैंड के लिए शिरकत की थी। दीपक पटेल को मध्यम क्रम में स्टाइलिश बल्लेबाजी करने के साथ – साथ दायें हाथ से ऑफ ब्रेक स्पिन गेंदबाजी करने में महारथ हासिल थी। 1992 के वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड ने शानदार खेल दिखाते हुए सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। न्यूजीलैंड के सेमीफाइनल तक पहुंचाने में दीपक पटेल का किरदार सबसे अहम था।
22 फरवरी 1992 के दिन क्रिकेट के रटे – रटाए नियमों को पीछे छोड़ते हुए न्यूजीलैंड की टीम ने अपनी कमाल के रणनीति का इस्तेमाल करते हुए इतिहास रच दिया था। जिसमें दीपक पटेल का किरदार सही मायनों में सबसे यादगार बन गया था। वर्ल्ड कप 1992 के पहले मैच में न्यूजीलैंड का सामना ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ था, टॉस जीतने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान मार्टिन क्रो ने ऑकलैंड के पिच के मिजाज को भांपते हुए पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। 50 ओवरों में ऑस्ट्रेलिया के सामने न्यूजीलैंड ने 248 रनों का लक्ष्य निर्धारित किया था। न्यूजीलैंड के तरफ से मार्टिन क्रो ने शानदार नॉटआउट शतक बनाया था।
50 ओवरों का खेल होने के कारण ईडन पार्क की पिच बिल्कुल ही सुस्त हो गई थी। पिच के बर्ताव को जानने के साथ ही न्यूजीलैंड कप्तान मार्टिन क्रो ने एक ऐसा फैसला लिया जो इतिहास बनने वाला था। ऑस्ट्रेलिया पारी की शुरूआत के पहले ओवर में न्यूजीलैंड कप्तान ने ऑफ स्पिनर दीपक पटेल से गेंदबाजी की शुरूआत करवाई थी। न्यूजीलैंड के कप्तान के इस फैसले से पूरा क्रिकेट जगत भौचक्का रह गया था, कप्तान की इसी रणनीति के कारण ऑस्ट्रेलिया की टीम पूरे मैच में संघर्ष कर रही थी। हालांकि दीपक पटेल को मैच में एक ही विकेट मिला था पर अपने 10 ओवर के स्पैल में एक मेडन ओवर सहित केवल 36 रन देकर 1 विकेट अपने नाम करी थी। न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 37 रन से हरा दिया था।
इस मैच के बाद दीपक पटेल ने न्यूजीलैंड के लिए कई मैचों में गेंदबाजी की शुरूआत करी। दीपक पटेल ने 1992 वर्ल्ड कप में कुल 8 विकेट लिए थे। लेकिन अपनी गेंदबाजी से उन्होंने विरोधी बल्लेबाजों को पूरे टूर्नामेंट में बांध कर रखा था। पूरे टूर्नामेंट में दीपक पटेल ने 9 मैच में 79 ओवर करते हुए कुल 8 ओवर मेडन डालकर केवल 245 रन खर्च कर 8 विकेट लिए थे। 1992 वर्ल्ड कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए आया था। वेलिंगटन के पिच पर इंग्लैंड के खिलाफ दीपक पटेल ने 2 विकेट केवल 26 रन देकर लिए थे।
हालांकि सेमीफाइनल की हार आज भी इस खिलाड़ी के जेहन में एक ठेस की तरह जीवित है । उस मैच में इस दिग्गज गेंदबाज को सिर्फ एक ही विकेट मिला था। 1992 वर्ल्ड कप में दीपक पटेल का सफर बेहद ही शानदार रहा था।