भारत के साथ आपसी सीरीज पर पीसीबी ने हाथ खड़े किए
लाहौर, 13 दिसम्बर | भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने जहां अब तक भारत और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय सीरीज पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया है, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अंतत: इस मुद्दे पर अपने हाथ खड़े कर लिए। पीसीबी के अध्यक्ष शहरयार खान गुरुवार को बीसीसीआई की चिट्ठी लिखकर द्विपक्षीय श्रृंखला पर अगले दो दिनों में किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए कहा है।
शहरयार ने चेतावनी भी दी है कि यदि इस द्विपक्षीय सीरीज को मंजूरी नहीं मिलती है तो पाकिस्तान, भारत के खिलाफ अपने सभी मैचों का बहिष्कार करेगा। बीसीसीआई ने अभी अपना जवाब नहीं दिया है, जबकि पीसीबी ने कहा है कि वह सीरीज के संबंध में सोमवार को अपने आखिरी फैसले की घोषणा करेगा।
समाचार पत्र को शहरयार के हवाले से कहा गया है, "जी हां, हमें बीसीसीआई से शनिवार की शाम तक कोई जवाब नहीं मिला है। हम अब इस मसले को यहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि हम सोमवार को इस संबंध में अपना आखिरी निर्णय सुनाएंगे।"
शहरयार ने कहा, "भारत के साथ खेलने के लिए हमने सभी सकारात्मक कदम उठाए, यहां तक कि बीसीसीआई के अनुरोध पर अपने घरेलू मैदान को हमने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से बदलकर श्रीलंका कर लिया। लेकिन हमारे सभी प्रयास व्यर्थ चले गए। पिछले वर्ष हमने बीसीसीआई के साथ एक समझौता किया था और भारत के साथ क्रिकेट संबंधों को लेकर हम बेहद गंभीर थे।" उन्होंने आगे कहा, "द्विपक्षीय सीरीज को जमीन पर उतारने में हमारी असफलता से पूरी दुनिया के लाखों क्रिकेट प्रशंसक निराश हैं, खासकर भारत और पाकिस्तान के प्रशंसक।"
शहरयार ने यह भी कहा है कि पीसीबी इस मसले को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के समक्ष और द्विपक्षीय स्तर पर भी उठाएगा। पीसीबी अध्यक्ष ने कहा कि अब इतने कम समय में द्विपक्षीय सीरीज की तैयारियां करना बेहद मुश्किल हो चुकी हैं और इस सीरीज के रद्द होने के लिए पीसीबी किसी तरह जिम्मेदार नहीं है।
बीसीसीआई ने श्रीलंका में पाकिस्तान के साथ टी-20 और वनडे सीरीज खेलने पर सहमति जता दी थी और भारत सरकार से इस सीरीज के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन भारत सरकार ने अब तक अपनी मंजूरी नहीं दी है। बीसीसीआई और पीसीबी के बीच पिछले वर्ष एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे, जिसके तहत दोनों देशों ने 2015 से 2023 के बीच कुल छह द्विपक्षीय सीरीज खेलने पर सहमति जताई थी।
इन छह सीरीज में से पहली सीरीज यूएई में इस महीने होने वाली थी। लेकिन बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर यूएई में इस सीरीज के आयोजन के खिलाफ थे। उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के बाद से कोई संपूर्ण द्विपक्षीय सीरीज नहीं हुई है।
एजेंसी