टिम साउदी के टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी का अद्भुत World Record, एडम गिलक्रिस्ट-ऋषभ पंत जैसे दिग्गज भी हैं पीछे
Tim Southee batting records in Test Cricket: न्यूजीलैंड ने पिछले दिनों की अपने देश में खेली सीरीज के तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को हरा दिया। इस टेस्ट को मेजबान टीम की जीत के साथ-साथ, हाल के सालों के न्यूजीलैंड के सबसे बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक टिम साउदी के रिटायर होने के लिए भी चर्चा मिली। गजब का करियर रहा टिम साउदी का- तीनों फॉर्मेट में 776 विकेट (न्यूजीलैंड रिकॉर्ड) और रिचर्ड हेडली के बाद, उनके दूसरे सबसे ज्यादा (391) टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज।
सबसे खतरनाक, नई गेंद के गेंदबाज में से एक, हैमिल्टन में टेस्ट जीत के साथ 16 साल खेलने के बाद टेस्ट करियर खत्म- इससे बड़ी उपलब्धि और क्या होगी? ये उनका 107 वां टेस्ट था। रिचर्ड हैडली ने कहा- वे 400 टेस्ट विकेट के रिकॉर्ड के साथ टेस्ट करियर खत्म करने के हकदार थे। वैसे वे दुनिया के, इस समय, उन 4 खिलाड़ियों में से एक जिन्होंने हर फॉर्मेट में 100 मैच खेले।
साउदी के टेस्ट करियर के बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है मीडिया में पर यहां उन कुछ ख़ास बात की चर्चा करते हैं जिन्हें नोट नहीं किया। असल में उनके आखिरी टेस्ट से ज्यादा जरूरी है उनके डेब्यू टेस्ट की चर्चा, हालांकि न्यूजीलैंड टीम उसमें हार गई थी। 2008 में नेपियर में इंग्लैंड के विरुद्ध ही टेस्ट डेब्यू किया था और न्यूजीलैंड में आम सोच ये थी कि इस टेस्ट हार ने भी एक बेहतरीन टेलेंट को खोज लिया।
उस टेस्ट के समय उम्र थी 19 साल और इंग्लैंड की पहली पारी में 5-55 की गेंदबाजी की (दूसरी पारी में 0-84) और बैटिंग में दूसरी पारी में 40 गेंदों में 9 छक्कों और 4 चौकों की मदद से 77 रन बनाए। अपनी स्विंग और सीम का गजब का प्रदर्शन किया। भले ही टेस्ट करियर में हमेशा 'टैलेंडर' गिने गए पर बैटिंग में उनके नाम एक बड़ा हैरान करने वाला रिकॉर्ड ये है कि 100 छक्कों के रिकॉर्ड के बहुत करीब थे- सिर्फ 2 छक्के की कमी रह गई।
जो 77 रन बनाए, वे भी कमाल थे- 9 छक्के और 4 चौके के आलावा, 10वें विकेट के लिए क्रिस मार्टिन के साथ 84 रन की पार्टनरशिप की थी। सिर्फ 29 गेंद में 50 रन बनाए थे और ये टेस्ट में किसी भी न्यूजीलैंड क्रिकेटर के सबसे तेज 50 थे। हालांकि इस कोशिश से वे न्यूजीलैंड को हार से तो न बचा पाए पर एक नए खिलाड़ी से और कैसे ऑलराउंड प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं?
अपने पहले टेस्ट में 77 रन कोई ऐसा बड़ा स्कोर नहीं जिसे 'अद्भुत' कह दें क्योंकि डेब्यू टेस्ट में तो 200 बनाने का रिकॉर्ड भी मौजूद है, पर विश्वास कीजिए ये 77 रन अद्भुत और 'ख़ास' हैं। कैसे? इस सवाल का जवाब देने से पहले, डेब्यू टेस्ट के कुछ बड़े स्कोर देखिए :
* 287 रन टिप फोस्टर (इंग्लैंड) के- विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया, सिडनी, 1903 में : ये टेस्ट डेब्यू पर, आज तक किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है पर इसके बाद जो 7 टेस्ट खेले उनमें फोस्टर कभी इस स्कोर को पार नहीं कर पाए।
* 222* रन जैक्स रूडोल्फ (दक्षिण अफ्रीका) के- विरुद्ध बांग्लादेश, चटगांव, 2003 : जैक्स रूडोल्फ ने बोएटा डिप्पेनार के साथ तीसरे विकेट के लिए 429 रन की पार्टनरशिप की और उनकी पारी एक क्लास एक्ट थी पर आगे खेले 47 टेस्ट में वे कभी इस 222 के स्कोर को पार न कर पाए।
* 214 रन मैथ्यू सिंक्लेयर (न्यूजीलैंड) के- विरुद्ध वेस्टइंडीज, वेलिंगटन, 1999 में : इंटरनेशनल मंच पर इस स्कोर से अपनी पहचान बना ली पर आगे खेले 32 टेस्ट में कभी 214 को पार न कर पाए।
ऐसा ही ब्रैंडन कुरुप्पु (201*), हामिश रदरफोर्ड (171) और यासिर हमीद (170) के साथ और भी कई बल्लेबाज का रिकॉर्ड है। ये सभी, कभी अपने डेब्यू टेस्ट में बनाए स्कोर को पार न कर पाए। टिम सऊदी के 77 भी ऐसा ही स्कोर हैं। वे 106 टेस्ट और खेले उस डेब्यू के बाद पर कभी 77 को पार न कर पाए। सच तो ये है कि उसके बाद कभी 70 से ज्यादा रन भी नहीं बनाए। है न ये अनोखा रिकॉर्ड कि 106 टेस्ट में भी कोई खिलाड़ी अपने डेब्यू स्कोर को पार न कर पाया हालांकि खिलाड़ी डेब्यू के बाद ही अपने टॉप क्रिकेट दौर में पहुंचता है।
वैसे इस संदर्भ में इंग्लैंड के एलेक स्टुअर्ट का जिक्र भी जरूरी है। एलक ने अपने 18वें टेस्ट में 190 रन का स्कोर बनाया। वे इसके बाद 115 टेस्ट और खेले पर इसे बेहतर करने में नाकामयाब रहे। इंग्लैंड के कुछ महीने पहले रिटायर हुए स्टुअर्ट ब्रॉड का रिकॉर्ड तो और भी मजेदार है। ब्रॉड ने अपना एकमात्र टेस्ट 100, अपने 32वें टेस्ट में बनाया और जो अगले 135 टेस्ट खेले उनमें से किसी में भी 100 के करीब न पहुंचे। बहरहाल टेस्ट डेब्यू में बनाए टॉप स्कोर से देखें तो टेस्ट की गिनती में रिकॉर्ड टिम साउदी का ही है। उनके बाद डैरेन गफ, जैक्स रूडोल्फ, रोमेश कालूविथराना और दिलरुवान परेरा जैसे नाम हैं।
इसी तरह से टिम साउदी की बात करते हुए उनके 98 छक्के के रिकॉर्ड का तो सभी ने जिक्र कर लिया पर ये नोट नहीं किया कि वे एकमात्र ऐसे टेस्ट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट करियर के टॉप स्कोर (77) से ज्यादा 6 लगाए (कुल 98)। साथ ही दो और बड़े मजेदार रिकॉर्ड :
* टेस्ट में एक 6 के लिए, औसतन कितनी गेंद खेलीं? टिम साउदी ने औसतन हर 28 गेंद में एक 6 लगाया और उनके बाद : 38 गेंद- शाहिद अफरीदी (52 छक्के),
55 गेंद- ऋषभ पंत (68 छक्के), 67 गेंद- क्रिस केर्न्स (87 छक्के), 68 गेंद- एडम गिलक्रिस्ट (100 छक्के) और 76 गेंद- एंड्रयू फ्लिंटॉफ (82 छक्के) का नाम है।
* जिन बल्लेबाज ने कभी टेस्ट 100 नहीं बनाया, उनमें सबसे ज्यादा 6 टिम साउदी (98) के हैं। 47- मिचेल स्टार्क, 37- शेन वार्न, 36- माइकल होल्डिंग, डेल स्टेन और नील वैगनर उनके बाद हैं।
नोट : ऋषभ पंत और मिचेल स्टार्क का रिकॉर्ड ब्रिसबेन टेस्ट 2024 तक का है।
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- चरनपाल सिंह सोबती