IND vs BAN 2nd Test: कानपुर टेस्ट में विराट कोहली और रोहित शर्मा की वापसी पर रहेंगी नजरें
Cricket Test Match Between India: भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच कानपुर में 27 सितंबर से खेला जाएगा। इससे पहले चेपॉक में हर पैमाने पर भारतीय टीम ने खुद को साबित किया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। आर.अश्विन टॉप परफॉर्मर रहे जबकि ऋषभ पंत, शुभमन गिल और रवींद्र जडेजा ने भी अपनी छाप छोड़ी। वहीं, सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहा।
कानपुर में पिच काली मिट्टी की होगी। इस पिच का मिजाज कब बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। चेपॉक में लाल मिट्टी वाली पिच पर स्पिनरों का दबदबा रहा। लेकिन अब काफिला कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम पहुंच चुका है। यहां हुए पिछले मुकाबलों को देखा जाए, तो अभी तक यहां अधिकतर हुए टेस्ट मुकाबलों में गेंद की उछाल कम आंकी गई है। लेकिन पिच का कायाकल्प होने के बाद तेज गेंदबाज भी हावी दिखे, जिसमें खतरनाक बाउंसर भी बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बन जाती है।
यहां शुरुआत में स्पिन का बोलबाला रहेगा और यहां बल्लेबाजों को संभालने की जरूरत होगी क्योंकि दोनों टीमों में कई धुरंधर स्पिनर शामिल हैं। हालांकि, चेपॉक में भारतीय मिडिल ऑर्डर ने बल्लेबाजी का जिम्मा उठाया था लेकिन इस बार टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों जिसमें खास तौर पर रोहित शर्मा और विराट कोहली को अपने अनुभव और नाम के मुताबिक प्रदर्शन करना होगा। कानपुर में मौजूदा टीम इंडिया के अधिकतर खिलाड़ियों ने 1-1 टेस्ट मैच खेला है। विराट और रोहित के नाम यहां टेस्ट शतक भी है। ऐसे में टीम और फैंस की उम्मीदें उनसे बढ़ गई है।
ऐसा अनुमान है कि चेन्नई में सतह से मिली उछाल की तुलना में ग्रीन पार्क की पिच अधिक सपाट होगी और टेस्ट के आगे बढ़ने के साथ ही उछाल भी कम होती चली जाएगी। चेन्नई की लाल मिट्टी वाली पिच पर नियमित उछाल देखने को मिली थी और इसी वजह से दोनों टीमें तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनर के साथ मैदान में उतरी थीं। भले ही पिच पर अधिक टर्न नहीं मिल रही थी लेकिन स्पिनर्स के लिए उछाल पर्याप्त थी। रवींद्र जडेजा और आर अश्विन ने इसकी मिसाल भी पेश की और बांग्लादेश की दूसरी पारी में दोनों ने मिलकर नौ विकेट चटकाए।
कानपुर की पिच के धीमा होने की संभावना को देखते हुए दोनों टीमें अपनी रणनीति और चयन में बदलाव ला सकती हैं। तीसरे तेज गेंदबाज की जगह एक अतिरिक्त स्पिनर ले सकता है। भारतीय टीम में कुलदीप यादव या अक्षर पटेल में से किसी एक की जगह बन सकती है।
ऐसा अनुमान है कि चेन्नई में सतह से मिली उछाल की तुलना में ग्रीन पार्क की पिच अधिक सपाट होगी और टेस्ट के आगे बढ़ने के साथ ही उछाल भी कम होती चली जाएगी। चेन्नई की लाल मिट्टी वाली पिच पर नियमित उछाल देखने को मिली थी और इसी वजह से दोनों टीमें तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनर के साथ मैदान में उतरी थीं। भले ही पिच पर अधिक टर्न नहीं मिल रही थी लेकिन स्पिनर्स के लिए उछाल पर्याप्त थी। रवींद्र जडेजा और आर अश्विन ने इसकी मिसाल भी पेश की और बांग्लादेश की दूसरी पारी में दोनों ने मिलकर नौ विकेट चटकाए।
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Article Source: IANS