आखिरी गेंद पर द. अफ्रीका ने तोड़ा नेपाल का सुपर-8 में पहुंचने का सपना
टूर्नामेंट में बने रहने के लिए नेपाल को आखिरी गेंद पर दो रन की जरूरत थी, लेकिन हेनरिक क्लासेन ने नॉन-स्ट्राइकर छोर पर नेपाल के गुलसन झा को रन आउट कर दिया, जिससे सुपर ओवर की संभावना खत्म हो गई।
यह नेपाल के लिए दिल तोड़ने वाला अंत था, जिसने मैच के अधिकांश समय में दक्षिण अफ्रीका से बेहतर प्रदर्शन किया था।
पहले बल्लेबाजी करते हुए नेपाल की टीम ने दक्षिण अफ्रीका को मात्र 115 के स्कोर पर रोक दिया था और लक्ष्य का पीछा करते काफी अच्छी स्थिति में थी। पूरे मुकाबले में नेपाल ने दक्षिण अफ्रीका पर दबदबा बनाए रखा।
नेपाल के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 14वें ओवर तक 85/2 का स्कोर बना लिया था, यहां से नेपाल इतिहास रचने के बेहद करीब था।लेकिन दूसरी पारी के आखिरी 18 गेंदों में मैच की कहानी पूरी तरह से पलट गई।
तबरेज शम्सी ने साउथ अफ्रीका की इस जीत में अहम भूमिका निभाते हुए चार महत्वपूर्ण विकेट झटके।
मैच का टर्निंग पॉइंट आखिरी के 3-4 ओवर रहे। आखिरी के पांच ओवर में नेपाल को 25 रन चाहिए थे। टीम के पास 7 विकेट हाथ में थे। यहां से दक्षिण अफ्रीका ने मैच पलटा और अपने नाम कर लिया। इस दौरान नेपाल ने 4 विकेट खोए और 25 रन बनाने में भी नाकाम रहा। नेपाल 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 114 रन ही बना सका।