पावरप्ले में तेज रन बनाने का मतलब यह नहीं कि मैं अपना विकेट फेंकना चाहता था : रोहित शर्मा

Updated: Thu, Aug 08 2024 18:22 IST
Image Source: IANS
Rohit Sharma: भारत की श्रीलंका से 0-2 से वनडे सीरीज हारने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने स्पष्ट किया कि उनका कभी भी पावरप्ले में अपना विकेट गंवाने का इरादा नहीं था। उनका लक्ष्य था जितने अधिक से अधिक रन बनाना हो सके।

रोहित इस सीरीज में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे। उन्होंने तीन मैचों में 141.44 के स्ट्राइक रेट से दो अर्धशतकों सहित 157 रन बनाए। वह पावरप्ले में आक्रामक बल्लेबाजी करते रहे। लेकिन उनकी इस आक्रामक पारी के बावजूद भारत सीरीज नहीं जीत सका, क्योंकि बाकी बल्लेबाज श्रीलंकाई स्पिनरों के आगे ढेर हो गए।

रोहित ने कहा, "मुझे पता था कि पावरप्ले में जो रन बनेंगे, वे महत्वपूर्ण होंगे। मैं जानता था कि उसके बाद विकेट थोड़ा धीमा हो जाएगा, गेंद थोड़ी टर्न लेगी और फील्ड भी फैल जाएगी। जब केवल दो फील्डर बाहर हों, तो हमें अपने मौके लेने पड़ते हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "जब भी मुझे लगा कि मैं गेंदबाज पर दबाव डाल सकता हूं, मैंने मौके लिए। आपके द्वारा बनाए गए अतिरिक्त रन बाकी 40 ओवर खेलने के लिए टीम को फायदा पहुंचाते हैं। मेरा व्यक्तिगत प्रयास यही था कि मैं जितने अधिक से अधिक रन बना सकूं।"

रोहित ने कहा, "ऐसा नहीं था कि मैं पावरप्ले के बाद अपना विकेट गंवाना चाहता था। मैं मोमेंटम और इंटेंट को जारी रखना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से कुछ शॉट खेलने के प्रयास में मैं आउट हो गया। मेरी बल्लेबाजी योजना बहुत ही साफ और सीधी है।"

भारत को अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से 42 दिनों का ब्रेक मिला है और वह 19 सितंबर को चेन्नई में बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ घरेलू सीजन की शुरुआत करेगा।

भारतीय क्रिकेट कप्तान रोहित शर्मा ने घरेलू क्रिकेट को भारतीय टीम की रीढ़ की हड्डी बताया है। उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलने वाले अधिकांश खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट से ही निकले हैं।

नया घरेलू सत्र 5 सितंबर से दलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होगा, जबकि कुछ टीमें इस महीने तमिलनाडु में होने वाले बुची बाबू इन्विटेशनल टूर्नामेंट के माध्यम से अपनी लाल गेंद की तैयारी शुरू करेंगी।

रोहित ने कहा, "हमारा हमेशा से यही लक्ष्य रहा है कि उपलब्ध खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी खेलें। हमारा घरेलू क्रिकेट हमारे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की रीढ़ की हड्डी है। देश का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिकांश खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलकर ही आए हैं। इसलिए, हमारा घरेलू क्रिकेट सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"

नया घरेलू सत्र 5 सितंबर से दलीप ट्रॉफी के साथ शुरू होगा, जबकि कुछ टीमें इस महीने तमिलनाडु में होने वाले बुची बाबू इन्विटेशनल टूर्नामेंट के माध्यम से अपनी लाल गेंद की तैयारी शुरू करेंगी।

Also Read: पेरिस ओलंपिक 2024

Article Source: IANS

TAGS

संबंधित क्रिकेट समाचार

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें