श्रेयस अय्यर को विशेष प्रतिभा नहीं मानते गावस्कर
मुंबई, 10 मार्च | भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने मुंबई के प्रतिभाशाली बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को विशेष प्रतिभा मानने से इनकार किया है। अय्यर ने इस साल रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं।
अय्यर ने 2015-16 के रणजी ट्रॉफी सत्र में 11 मैचों में 73.38 की औसत से 1,321 रन बनाए हैं। उन्होंने इस सत्र में चार शतक और सात अर्धशतक भी लगाए हैं। मुंबई को इस साल रणजी ट्रॉफी विजेता बनाने में अय्यर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुंबई और शेष भारत का ईरानी ट्रॉफी मैच देखने पहुंचे गावस्कर ने संवाददाताओं से कहा, "मैंने अय्यर को बल्लेबाजी करते हुए ज्यादा नहीं देखा है। मैं उन्हें बल्लेबाजी करते देखने आया था लेकिन वह आउट हो गए। वो बल्लेबाज जिसने एक सत्र में एक हजार से ज्यादा रन बनाए हों उसमें विशेष प्रतिभा होनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि वह यहां से आगे जाएं। हो सकता वह दोबारा एक सत्र में इतने रन नहीं कर पाएं लेकिन अगर वह एक सत्र में 800 रन भी करते हैं तो यह काफी शानदार होगा।"
गावस्कर का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने से और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से मुंबई के खिलाड़ियों को फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा, "आईपीएल से खिलाड़ियों को फायदा हुआ है। बांग्लादेश की टीम में भी बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) के कारण सुधार हुआ है। बांग्लादेश के खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ बातचीत का मौका मिला जिससे उनकी टीम में सुधार आया।"
पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय और केएल राहुल को ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत की टीम में शामिल किया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से तीनों को टीम में होना चाहिए था। चयन समिति का खिलाड़ियों को देखने का नजरिया अलग होगा। मेरे हिसाब से इसके पीछे वजह यह हो सकती है कि समिति नए खिलाड़ियों को देखना चाहती हो। पुजारा, राहुल और विजय को सबने खेलते देखा है।"
एजेंसी