सिर्फ वर्ल्ड कप में खेला जाए टी-20 क्रिकेट : स्टीफेन फ्लेमिंग
क्वींसटाउन (न्यूजीलैंड), 2 नवंबर | न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान स्टीफेन फ्लेमिंग का कहना है कि द्विपक्षीय सीरीज में एक या दो टी-20 मैच खेलना आम बात हो गई है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टी-20 मैचों का आयोजन सिर्फ प्रत्येक चार वर्ष पर होने वाले विश्व कप में ही होना चाहिए। गौरतलब है कि फ्लेमिंग भारत को अपना दूसरा घर मानते हैं और प्रत्येक दो वर्ष पर होने वाला आईसीसी टी-20 विश्व कप अगले वर्ष भारत की मेजबानी में ही होने वाला है।
फ्लेमिंग ने अपने चमकदार क्रिकेट करियर में सिर्फ पांच अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच खेले और उनका मानना है कि 'टी-20 प्रारूप क्रिकेट के भविष्य के लिहाज से अच्छा है, लेकिन इसका प्रबंधन सही तरीके से होना चाहिए'। फ्लेमिंग ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा, "यह क्रिकेट के लिए अच्छा है, लेकिन इसे बहुत अच्छी तरह आयोजित किया जाना चाहिए। मुझे नहीं लगता कि प्रत्येक चार वर्ष पर होने वाले विश्व कप से इतर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसका आयोजन किया जाना चाहिए।"
फ्लेमिंग ने कहा, "इससे फ्रेंचाइजियों और क्लबों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताएं विकसित करने का मौका मिलेगा। इससे टीमों को अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं के बीच कुछ आराम भी मिल सकेगा।" फ्लेमिंग इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच भी रह चुके हैं। गौरतलब है कि अपने शीर्ष अधिकारी के आईपीएल-6 के दौरान सट्टेबाजी में संलिप्तता के दोषी पाए जाने के बाद सुपर किंग्स को आईपीएल से दो वर्ष के लिए निलंबित कर दिया गया है।
भविष्य में राष्ट्रीय टीम का कोच बनने की संभावना पर फ्लेमिंग ने कहा, "इस समय मैं टी-20 टीमों का कोच बनकर खुश हूं, क्योंकि इससे मुझे पेशेवर और निजी जीवन में संतुलन बिठाने में आसानी होती है। मेरे तीन कम उम्र बच्चे भी हैं, जिन्हें काफी समय देना होता है।"
सिद्धार्थ को भारत में न्यूजीलैंड का पर्यटन दूत बनाया गया है। फ्लेमिग ने कहा कि किसी बॉलीवुड स्टार को पर्यटन दूत के रूप में जोड़ना अच्छा निर्णय है। उन्होंने कहा, "मैं पिछले 25 वर्षो से भी अधिक समय से भारत आता-जाता रहा हूं और इस दौरान मेरी कुछ अविस्मरणीय स्मृतियां हैं और मैं वहां कई बेहतरीन लोगों से मिला। मैं अब भारत को गर्व से अपना दूसरा घर कह सकता हूं, जहां मैं हर साल तीन से चार महीने गुजारता हूं। मैं यहां अपने परिवार वालों और मित्रों के बीच भारत का प्रचार-प्रसार करता रहता हूं।"
(आईएएनएस)