आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने कहा, बायो बबल में रहना खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति पर असर डालता है
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि बायो बबल में लंबे समय तक रहना खिलाड़ियों के लिए कई बार मानसिक तौर पर नुकसानदायक हो सकता है इसलिए सीरीज की समय सीमा पर विचार किया जाना चाहिए। कोहली इस समय आईपीएल-13 में रॉयल चैलेंर्जस बंगलोर की कप्तानी कर रहे हैं। आईपीएल इस बार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेला जा रहा है जिसमें एलिमिनेटर में शुक्रवार को बेंगलोर का सामना सनराइजर्स हैदराबाद से होगा।
कोहली ने आरसीबी टीवी से बात करते हुए कहा, "यह बारबार होगा यह तब मुश्किल नहीं होता है जब टीम के साथी शानदार हों, जो हमारे पास हैं। जो भी इस बायो बबल में हैं वो शानदार हैं और भावना अच्छी है। इसलिए हम एक साथ खेलने का लुत्फ लेते हैं। हम बबल में अपने समय का आनंद लेते हैं, लेकिन यह कई बार मुश्किल हो जाता है क्योंकि यह बार-बार होता है।"
उन्होंने कहा, "इन चीजों पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि टूर्नामेंट या सीरीज की समय सीमा कितनी है। 80 दिन तक इस तरह के माहौल में रहने और कुछ भी न करने का खिलाड़ी की मानसिक स्थिति पर क्या असर पड़ेगा। या खिलाड़ियों को जाकर अपने परिवार से मिलने का मौका मिलना चाहिए, इस तरह की छोटी चीजों के बारे में सोचना चाहिए। इन चीजों के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।"
कोहली ने कहा, "आखिरी में आप चाहते हो कि खिलाड़ी अच्छी मानसिक स्थिति में रहे।"
आईपीएल खत्म होने के तुरंत बाद भारतीय टीम को आस्ट्रेलियाई दौरे पर जाना है जहां वो तीन मैचों की वनडे सीरीज, तीन मैचों की टी-20 सीरीज और चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी।
दौरे की शुरुआत 27 नवंबर से हो रही है जो अगले साल 15 जनवरी तक चलेगा।