इन खिलाड़ियों को संन्यास के बाद भी किया जायेगा याद
नई दिल्ली, 1 अप्रैल (CRICKETNMORE) । वर्ल्ड कप 2015 का सफल समापन हो गया। ऑस्ट्रेलियाई टीम एक बार फिर से अपनी बादशाहत कायम रखने में कामयाब रही। ऑस्ट्रेलिया ने 29 मार्च को मेलबर्न के एतिहासिक मैदान में खेले गये खिताबी भिड़ंत में न्यूजीलैंड की टीम को रौंदकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
न्यूजीलैंड की टीम पहली बार वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबला में पहुंची थी। सात बार सेमीफाइनल का मुकाबला खेल चुकी न्यूजीलैंड की टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार फाइनल में जगह बनायी, लेकिन फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने जिस तरह से सभी विभागों में पटकनी दी ऐसा कतई नहीं लगा की न्यूजीलैंड की टीम अपने पूल में सबसे बेहतरीन टीम बन कर फाइनल में जगह बनायी। बहरहाल ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से आईसीसी वर्ल्ड कप में अपनी बादशाहत कायम कर ली है।
इस वर्ल्ड कप में सभी 14 टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम इंडिया को वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन कंगारूओं से आखिरकार पार नहीं पा सका और सेमीफाइनल में ही हार कर स्वदेश वापस हो गयी। वर्ल्ड कप 2015 को कई मायनों में याद किया जाएगा। इस वर्ल्ड कप को कई महान खिलाडियों के विदाई के रूप में याद किया जाएगा।
कुछ खिलाडियों ने पहले से ही वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी थी, कई खिलाडियों ने अपनी टीम के खराब प्रदर्शन और वर्ल्ड कप से बाहर होने के कारण संन्यास ले लिया। वनडे से संन्यास लेने वाले महान खिलाडियों में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क, श्रीलंका के कुमार संगाकारा और महेला जयवर्धने, पाकिस्तान टीम से बूम-बूम शाहिद अफरीदी,मिस्बाह उल हक और डेनियल विटोरी शामिल हैं ।
आइये एक-एक कर इन खिलाडियों के करियर पर नजर डालें
माइकल क्लार्क : माइकल क्लार्क ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन कप्तानों के रूप में जानें जाएंगे। क्लार्क ने मौजूदा वर्ल्ड कप में अपनी टीम को वर्ल्ड विजेता बनाया है। क्लार्क इसके साथ ही एलेन बार्डर (1987), स्टीव वा (1999) और रिकी पोंटिंग (2003 और 2007) के साथ ऑस्ट्रेलिया के लिये वर्ल्ड कप जीतने वाले चौथे कप्तान हो गए। 34वां जन्मदिन मनाने जा रहे क्लार्क ने 245 वनडे में 7981 रन बनाये जिसमें आठ शतक और 58 अर्धशतक शामिल हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के लिये टेस्ट क्रिकेट खेलते रहेंगे।
कुमार संगाकारा : वर्ल्ड कप 2015 में श्रीलंकाई टीम भले ही क्वार्टर फाइनल में ही बाहर हो गयी, लेकिन श्रीलंकाई टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी कुमार संगाकारा के लिए वर्ल्ड कप 2015 बहुत खास रहा है। संगाकारा ने इस वर्ल्ड कप में कई रिकॉर्ड अपने नाम किये। संगाकारा वर्ल्ड के एक मात्र खिलाड़ी बन गये हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप में लगातार चार शतक जमाया।
संगाकारा किसी एक वर्ल्ड कप में चार शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज भी बन गये हैं। उन्होंने मार्क वॉ ( 1996 ), सौरव गांगुली ( 2003 ) और मैथ्यू हेडन ( 2007 ) के रिकॉर्ड को तोड़ा जिन्होंने इससे पहले एक टूर्नामेंट में तीन - तीन शतक लगाये थे। यही नहीं यह पहला अवसर है जबकि किसी एकदिवसीय श्रृंखला या टूर्नामेंट में कोई बल्लेबाज चार शतक लगाने में सफल रहा। इससे पहले 17 अवसरों पर किसी एक टूर्नामेंट में या श्रृंखला में एक बल्लेबाज ने तीन - तीन शतक लगाये थे। अपनी इस पारी के दौरान संगाकारा ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर 2000 वनडे रन भी पूरे किये। वह डेसमंड हेन्स ( 3067 ) और विव रिचर्ड्स ( 2769 ) के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे गैर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज हैं। संगाकारा ने आस्ट्रेलियाई धरती पर अब तक 2038 रन बना लिये हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपना पांचवां शतक लगाया जो कि श्रीलंका की तरफ से नया रिकॉर्ड है।
महेला जयवर्धने : श्रीलंका के दायें हाथ के बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने अपनी टीम के लिए कई रिकॉर्ड पारियां खेली हैं। जयवर्धने ने श्रीलंका की ओर से 448 वनडे मैच खेले और 12,650 रन बनाये। 33।37 के औसत से रन बनाने वाले जयवर्धने ने वनडे करियर में 19 शतक और 77 अर्धशतक जमाये। उन्होंने मौजूदा वर्ल्ड कप में श्रीलंकाई टीम के बाहर होने के साथ ही वनडे से संन्यास ले लिया। हालांकि जयवर्धने वर्ल्ड कप से पहले ही संन्यास की घोषणा कर दी थी।
शाहिद अफरीदी : पाकिस्तान टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने भी वर्ल्ड कप में टीम के बाहर होने के साथ ही वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी। अफरीदी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किये। कई सालों तक उनके नाम सबसे कम बॉल पर शतक बनाने का रिकॉर्ड था। अफरीदी ने 37 गेंदों में शतक बनाया था। अफरीदी का रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के बल्लेबाज कोरी एंडरसन ने 36 गेंदों में शतक जामाकर तोड़ा था। हालांकि एंडरसन का यह रिकॉर्ड भी ज्यादा दिनों तक नहीं रह सका। एंडरसन के रिकॉर्ड को दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स ने मात्र 31 गेंदों में शतक जमाकर तोड़ा।
अफरीदी ने 395 वनडे मैच खेल और 8,019 रन बनाये। जिसमें उनके 6 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। अफरीदी ने न केवल अपने बल्ले से कमाल दिखाया बल्कि अपनी फिरकी गेंद से भी कई महान बल्लेबाजों को नचाया भी। अफरीदी ने 395 वनडे में 395 विकेट झटके।
डेनियल विटोरी : वर्ल्ड कप फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार के बाद न्यूज़ीलैंड की टीम अपने देश पहुंची।तब डेनियल विटोरी ने एलान किया कि वर्ल्ड कप का फ़ाइनल उनका आख़िरी अंतरराष्ट्रीय मैच था।वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन-विटोरी ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन गेंदबाज़ी कर न्यूज़ीलैंड को फ़ाइनल तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। उन्होंने नौ मैचों में 20.46 के औसत से कुल 15 विकेट लिए।विटोरी ने 18 साल की उम्र में साल 1997 में अपना करियर शुरू किया।
विटोरी, न्यूज़ीलैंड के सबसे ज़्यादा टेस्ट और वनडे खेलने वाले खिलाड़ी हैं।उन्होंने कुल 113 टेस्ट मैचों में 34।15 के औसत से 362 विकेट लिए हैं। न्यूज़ीलैंड की ओर से उनसे ज़्यादा टेस्ट विकेट सिर्फ़ सर रिचर्ड हैडली के नाम (431 विकेट) हैं।
टेस्ट मैचों में वो चार हज़ार रन और तीन सौ विकेट लेने वाले सिर्फ़ तीसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले ये कारनामा सिर्फ़ कपिल देव और इयान बॉथम के नाम पर है। विटोरी ने 295 वनडे मैचों में 31।71 के औसत से 305 विकेट लिए हैं। वो वनडे में न्यूज़ीलैंड के सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं।
मिस्बाह उल हक : मिस्बाह उल हक ने वर्ल्ड कप की शुरूआत से पहली ही एलान कर दिया था कि वर्ल्ड कप खत्म होने बाद वह वन डे क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। मिस्बाह वन डे क्रिकेट में पाकिस्तान के सफल कप्तानों में से एक रहे। मिस्बाह ने पाकिस्तान की तरफ से 162 वन डे मैचों में 43.40 की औसत से 5122 रन बनाए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मिस्बाह वन डे क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगा पाए जबकि उनके नाम 42 अर्धशतक दर्ज हैं। मिस्बाह के नाम बिना शतक के 5000 रन बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।