मैं आज भी मैच विनिंग प्लेयर हूं : उथप्पा
बेंगलुरु, 10 जून (हि.स.)। वन डे टीम में छह साल के बाद वापसी करने वाले रॉबिन उथप्पा इन दिनों बेहद खुश हैं। छह साल के इंतजार के बाद उथप्पा को फिर से राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। आईपीएल में
बेंगलुरु, 10 जून (हि.स.)। वन डे टीम में छह साल के बाद वापसी करने वाले रॉबिन उथप्पा इन दिनों बेहद खुश हैं। छह साल के इंतजार के बाद उथप्पा को फिर से राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। आईपीएल में अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए धमाकेदार बल्लेबाजी कर उथप्पा ने न सिर्फ ऑरेंज कैप जीती, बल्कि बांग्लादेश के साथ तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के लिए भी चुने गए।
उथप्पा ने कहा कि मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं। एक बार फिर से मुझे टीम इंडिया की तरफ से खेलने का मौका मिला है। मैं इसे सिर्फ एक अवसर की तरह देखना चाहता हूं। मेरे लिए यह एक नया अवसर है जहां मैं खुद को साबित कर सकता हूं। यह पीछे लौटकर देखने का समय नहीं है। न ही यह सोचने का कि पिछले कितने समय तक मैं टीम से बाहर रहा। या फिर इस दौरान क्या गलतियां हुईं, जिसकी वजह से मैं टीम में नहीं था?
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रॉबिन उथप्पा ने कहा, 'कर्नाटक की टीम की तरफ से मैंने ओपनर बल्लेबाज के तौर पर खेला है। सलामी बल्लेबाज के तौर पर मैंने अपना मूल्यांकन किया और अपने खेल के कमजोर पहलू में सुधार किया। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन से मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। मैंने कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए अच्छा प्रदर्शन किया और कई मौके पर टीम की जीत में अहम योगदान दिया। मुझे लगता है कि आज भी मैं एक मैच विनिंग खिलाड़ी हूं और बांग्लादेश दौरा मेरे लिए खुद को साबित करने का एक मौका है।
विदित हो कि उथप्पा ने भारत की तरफ से आखिरी मैच 2008 में खेला था। अब तक उन्होंने 38 एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें 13 मैच में सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेला हूं। सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनका प्रदर्शन प्रभावी रहा है। अपने करियर में लगाए पांच अर्धशतक में से तीन उन्होंने सलामी बल्लेबाज के तौर पर ही लगाए हैं। उथप्पा ने कहा कि बांग्लादेश दौरे में मेरी प्राथमिकता ओपनर के तौर पर टीम को अच्छी शुरुआत देनी है। मैं जानता हूं कि यदि मैदान में मैं अपना शत-प्रतिशत दे सका, तो टीम के लिए जीत की राह भी आसान हो जाएगी।
भविष्य की योजना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'मैं भविष्य के लिए आशावादी बने रहना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि चयनकर्ताओं ने जो भरोसा मुझ पर दिखाया है, मैं उस पर खरा उतर सकूंगा। मैं टीम के लिए उपयोगी पारियां खेलना चाहता हूं और लंबे समय तक टीम इंडिया का हिस्सा बनना चाहता हूं। मेरी निगाहें 2015 विश्वकप के लिए टीम में चुने जाने पर है।
हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द/अनूप