3 मौके जब अश्विन बने संकटमोचक, गेंद से नहीं बल्ले से किया कमाल
36 साल के Ashwin ने भारत के लिए बल्ले से भी कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। 3 मौके जब टेस्ट क्रिकेट में 5 शतक लगाने वाले अश्विन बने संकटमोचक।
टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी अश्विन ने हाल के दिनों में अपने हरफनमौला खेल से फैंस को काफी प्रभावित किया है। अश्विन अव्वल दर्जें के गेंदबाज हैं इस बात में शायद ही किसी को कोई शक हो लेकिन, बल्ले से भी अश्विन कई बार टीम इंडिया के लिए संकटमोचक बन चुके हैं। ऐसे 3 मौके जब अश्विन ने बल्ले से टीम इंडिया के लिए योगदान दिया-
सिडनी टेस्ट में अंगद की तहर जमाए थे पैर: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी के घर में साल 2020-21 में खेली गई टेस्ट सीरीज में अश्विन ने बल्ले से छाप छोड़ने में कामयाबी पाई थी। सिडनी टेस्ट मैच में अश्विन ने हनुमा विहारी के साथ 259 गेंद में 62 रन की साझेदारी कर टीम इंडिया को हार से बचाया था। अश्विन को आउट करने में कंगारूओं के पसीने छूट गए थे।
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पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में बने थे हीरो: टी20 वर्ल्ड कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में अश्विन ने महज 1 गेंद बल्लेबाजी करके अपनी छाप छोड़ी थी। हद से ज्यादा तनाव भरे इस मुकाबले में टीम इंडिया को लास्ट बॉल पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे यहां अश्विन ने बैटिंग में दिमाग लगाते हुए गेंदबाज से वाइड गेंद करवा दी थी। वहीं सिंगल लेकर भारत को मुकाबला जितवाया था।
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मीरपुर टेस्ट में बने मैन ऑफ द मैच: बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 145 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया का स्कोर एक वक्त 74/7 था। श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर अश्विन ने नाबाद 71 रनों की साझेदारी की और टीम को मैच जितवा दिया। अश्विन के बल्ले से नाबाद 42 रनों की पारी निकली।