3 मौके जब दुनिया ने देखी धोनी के दिमाग की ताकत, पलट दी थी हारी बाजी
धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। 3 अहम मौके जब धोनी की चतुराई ने मैच पलटकर रख दिया था।
MS Dhoni: धोनी की गिनती वर्ल्ड क्रिकेट के दिग्गज कप्तानों में होती है। मैच के दौरान कई मौकों पर धोनी की चतुराई देखी जा चुकी है। इस आर्टिकल में शामिल हैं वो 3 मौके जब धोनी द्वारा लिए गए फैसले ने मैच का नतीजा पलट कर रख दिया था।
टी-20 वर्ल्डकप 2016: बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 वर्ल्डकप 2016 के मुकाबले में भारत ने 1 रन से मैच जीता था। लास्ट बॉल पर बांग्लादेश को 2 रनों की जरूरत थी ऐसे में विकेट के पीछे खड़े धोनी ने चतुराई दिखाते हुए अपना 1 ग्लव्स उतारकर विकेटकीपिंग करने का फैसला किया। धोनी ने यहां बॉल कलेक्ट करते ही दौड़कर बल्लेबाज को रनआउट किया था।
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टी-20 वर्ल्डकप 2007: पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 वर्ल्डकप 2007 का मुकाबला कौन भूल सकता है। इस मैच का नतीजा बॉल आउट के जरिए निकला था। बॉल आउट के दौरान धोनी ने रॉबिन उथप्पा, वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह से गेंदबाजी कराई वहीं विकेट के पीछे वो घुटनों के बल बैठकर विकेटकीपिंग कर रहे थे ताकि गेंदबाज विकेट पर आसानी से निशाना लगा सके।
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013: चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 5 रनों से शिकस्त दी थी। इंग्लैंड को फाइनल जीतने के लिए लास्ट में 16 गेंद पर 20 रन की दरकार थी, जबकि उसके पास 6 विकेट बाकी थे लेकिन, धोनी ने इशांत शर्मा को गेंद सौंपकर पूरा मैच ही पलट दिया था।