भारत और इंग्लैंड के बीच पहले दो टेस्ट मैचों के दौरान मैदान पर जमकर गर्मा गर्मी देखने को मिली थी। स्लेजिंग का खेल चरम पर था और दोनों टीमों के खिलाड़ी एक दूसरे से भिड़ते हुए नजर आए थे। कई मौकों पर अंपायरों को भी बीच-बचाव करना पड़ा था। कई विशेषज्ञों ने माना कि टीम इंडिया के अच्छे प्रदर्शन के पीछे स्लेजिंग का भी हाथ है। टीम इंडिया के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने इन दावों का खंडन किया।
मीडिया से मुखातिब होते हुए अजिंक्य रहाणे ने कहा, 'हम ऐसा कुछ नहीं सोच रहे हैं (इंग्लैंड को स्लेजिंग करने का)। हमारे लिए, अच्छा क्रिकेट खेलना, वर्तमान समय में रहना और एक समय में एक मैच पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है। पिछले गेम में क्या हुआ है, उसे हमें भूलना है और उसका पॉजिटिव लेकर आगे बढ़ना है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से हर मैच महत्वपूर्ण हैं।'
अजिंक्य रहाणे ने लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी छाप छोड़ने में कामयाबी पाई थी। आखिरकार, 33 वर्षीय खिलाड़ी ने रनों के लिए संघर्ष करने के बाद लॉर्ड्स टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 61 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। हालांकि, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हैं या नहीं।