एंडरसन ने जडेजा को अपशब्द कहने, धक्का देने की बात कबूली थी – रिपोर्ट
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा जेम्स एंडरसन को भले ही दोषी करार नहीं दिया गया हो लेकिन
लंदन/नई दिल्ली,(हि.स.) । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा जेम्स एंडरसन को भले ही दोषी करार नहीं दिया गया हो लेकिन एंडरसन ने नॉटिंघम में पहले टेस्ट में रविंद्र जडेजा से झगड़े के दौरान जडेजा को अपशब्द कहने की बात स्वीकार की थी। ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार एंडरसन ने झगड़े के दौरान जडेजा के दांत तोड़ने की धमकी दी थी।
रिपोर्ट में कहा गया, उसने (एंडरसन) जडेजा को लगातार अपशब्द कहने, धक्का देने और क्रिकेट की भावना के विपरीत आचरण करने की बात स्वीकार की थी। उसने जडेजा को दांत तोड़ने की धमकी भी दी थी। मैच रैफरी डेविड बून द्वारा जडेजा को सुनाई गई सजा की अपील के दौरान बीसीसीआई के वकील ने यह दावा किया था।
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रिपोर्ट के अनुसार, ये दो अलग लेकिन परस्पर जुड़े हुए मामले थे। बीसीसीआई के वकील ने जडेजा की सजा के खिलाफ अपील में हिस्सा लिया लेकिन एंडरसन से जुड़े मामले में आईसीसी के वकील ने हिस्सा लिया जैसा कि लेवल तीन के आरोपों में होता है। बीसीसीआई वकील को मुख्य मामले के दौरान एंडरसन से जिरह का मौका नहीं मिला लेकिन जडेजा की अपील के दौरान उसने ऐसा किया।
रिपोर्ट में कहा गया, जिरह काफी आक्रामक थी। इस दौरान मौजूद लोगों ने बताया कि बीसीसीआई के वकील ने उन अपशब्दों के साथ शुरुआत की जिसे कथित तौर पर एंडरसन ने इस्तेमाल किया था जिससे यह खिलाड़ी हैरान रह गया। रिपोर्ट में साथ ही कहा गया कि एंडरसन लगातार अपशब्द कह रहे थे। इसमें कहा गया, यह घटना उस समय हुई जब ट्रेंटब्रिज टेस्ट के दूसरे दिन खिलाड़ी लंच के लिए जा रहे थे। एंडरसन ने ओवर ही पहली गेंद पर जडेजा के खिलाफ कैच की अपील की जिसके बाद उन्होंने जडेजा को कुछ कहा। अंपायर ब्रूस ओक्सेनफोर्ड ने अपनी गवाही में कहा कि उन्होंने हस्तक्षेप करते हुए एंडरसन को चुप रहने को कहा। लेकिन वह लगातार बोलते रहे। एंडरसन ने कथित तौर पर यह मानने से भी इनकार कर दिया था कि उनकी यह हरकत खेल भावना के विपरीत थी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द