रणजी ट्रॉफी के आयोजन के पक्ष में हैं बीसीसीआई अध्यक्ष सौर गांगुली, एजीएम के दौरान हुई चर्चा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कोविड-19 महामारी के बावजूद रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आश्वस्त है। ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने हाल में घोषणा की थी कि वह घरेलू टी-20...
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) कोविड-19 महामारी के बावजूद रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर आश्वस्त है। ईएसपीएनक्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने हाल में घोषणा की थी कि वह घरेलू टी-20 टूर्नामेंट-सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 10 जनवरी से बायो सिक्योर बबल में आयोजित करेगा।
इसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली खुद भी रणजी ट्रॉफी के आयोजन के पक्ष में हैं। गांगुली ने गुरुवार को बोर्ड की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) के दौरान रणजी ट्रॉफी के आयोजन का समर्थन किया है।
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गांगुली ने बैठक के दौरान सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के क्रिकेट संघों से रणजी ट्रॉफी के आयोजन के विकल्पों पर विचार करने को कहा है। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अगर संभव हो पाया तो सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी का आयोजन किया जा सकता है।
बीसीसीआई साथ ही अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले आईपीएल के दौरान ऐज ग्रुप और महिला क्रिकेट का आयोजन करने पर भी विचार कर रही है।
एजीएम में इस बात पर भी चर्चा की गई है कि महामारी के दौरान घरेलू क्रिकेट के न होने से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए बीसीसीआई मुआवजा देगा। मुआवजा कितना मिलेगा, इस पर काम जारी है और घरेलू कलैंडर पूरा होने के बाद बीसीसीआई इसे अंतिम रूप देगा।
बीसीसीआई ने साथ ही बीसीसीआई से जुड़े अंपायरों और स्कोररों की सेवामुक्त होने की उम्र 55 से बढ़ाकर 60 करने का फैसला किया हैं। इसके अलावा घरेलू क्रिकेटरों को मिलने वाले चिकित्सा बीमा की राशि को पांच लाख से बढ़ाकर 10 लाख कर दिया गया है।