आईपीएल की बढ़ती लोकप्रियता के चलते एक नई समस्या खड़ी होती जा रही है। भारतीय युवा खिलाड़ी अब रणजी ट्रॉफी या रेड-बॉल क्रिकेट से ज्यादा आईपीएल में खेलने को महत्व दे रहे हैं और ये क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारुप के लिए एक खतरा बन सकता है लेकिन बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) अब इस परेशानी को भी दूर करने के लिए तत्पर नजर आ रहा है और वो एक नए मास्टर प्लान के साथ आने वाले हैं।
कुछ दिन पहले, एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें बताया गया था कि बीसीसीआई रेड-बॉल मैचों के लिए भुगतान में वृद्धि पर विचार कर रहा है, ताकि खिलाड़ी प्रीमियर टूर्नामेंट से बाहर न हो जाएं। अब, टाइम्स ऑफ इंडिया की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई उस दिशा में एक कदम उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय अनुबंधों की घोषणा करते समय, बीसीसीआई ने विभिन्न ग्रेड की सैलरी का खुलासा नहीं किया और बोर्ड इसके लिए राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ चर्चा कर रहा है। सूत्रों ने टीओआई को बताया कि बीसीसीआई को टेस्ट और घरेलू क्रिकेट दोनों के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस बढ़ाने के प्रस्ताव मिले हैं, जो निचले मध्य स्तर के आईपीएल अनुबंधों के वेतन के बराबर हैं।