वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए पिछला कुछ समय काफी निराशाजनक रहा है। कई स्टार खिलाड़ियों ने बोर्ड के रवैय्ये के चलते छोटी उम्र में ही संन्यास ले लिया जिसके कारण टीम धीरे-धीरे नीचे गिरती जा रही है। अब वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है और निकोलस पूरन जैसे क्रिकेटर के 29 साल की उम्र में संन्यास लेने के बारे में बात की है।
लारा ने कहा कि निकोलस पूरन जैसे खिलाड़ी विभिन्न वैश्विक लीगों में खेलने के लिए जल्दी संन्यास ले रहे हैं, जहां वो ज़्यादा पैसा कमा सकते हैं। लारा का मानना है कि ये वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड द्वारा खिलाड़ियों को वेस्टइंडीज क्रिकेट के प्रति वफ़ादार बने रहने के लिए प्रोत्साहित करने में विफलता का नतीजा है, और उन्होंने इसकी तुलना इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत जैसे देशों के बोर्ड के प्रयासों से की।
ब्रायन लारा ने 'स्टिक टू क्रिकेट' पॉडकास्ट पर बोलते हुए कहा, "आपके पास बहुत से खिलाड़ी हैं जो अपने करियर के साथ क्या करना है, इस पर फैसला ले रहे हैं। आपके पास पूरन जैसे आक्रामक खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 29 साल की उम्र में संन्यास ले लिया और सच कहूं तो, ये बिल्कुल स्पष्ट है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। दुनिया भर में पांच या छह लीग हैं, और वो उनमें खेलकर अच्छी-खासी कमाई कर रहे हैं।"