24 जुलाई (नई दिल्ली) । इंडियन क्रिकेट लैजेंड सचिन तेंदुलकर ने पर्थ में 1992 में खेली गई अपनी 114 रन की पारी को अपने करियर सर्वश्रेष्ठ पारी बताया है। बुधवार को एक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ बातचीत के दौरान सचिन ने कहा कि इस पारी के बाद उनका मनोबल बढ़ा और उनके करियर में बदलाव आया।
सचिन ने कहा कि इस एक पारी ने मेरा करियर बदल दिया था। उन्होंने कहा कि पर्थ की विकेट को उस समय की सबसे तेज विकेट माना जाता था और ऑस्ट्रेलिया के पास खतरनाक तेज गेंदबाज थे। जिनके खिलाफ खेलना बहुत मुश्किल था। तब में वहां सेंचुरी बनाने में सफल रहा और तब में केवल 19 साल का था।
सचिन ने कहा कि मैंने इससे दो मैच पहले सिडनी में भी सेंचुरी मारी थी लेकिन मुझे पता था कि वहां का पिच अगल थी। मुझे पता था कि अगर मैं अगर मैं पर्थ की इस पिच पर बना सकता हूं तो फिर में दुनिया की किसी भी विकेट पर रन बना लूंगा। उन्होंने कहा था कि इसके बाद उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था और वह किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार थे।